वाॅशिंगटन : पनामा पेपर्स लीक होने के साथ ही काला धन जमा करने वालों के नामों को लेकर हंगामा शुरू हो गया। मगर इस मामले में तब हड़कंप मच गया जब इंटरनेशनल कंसाॅर्शियल आॅफ इन्वेस्टिगेटिव जर्नलिस्ट ने गुप्त पनामा पेपर्स से जुड़े 2 लाख से भी अधिक आंकड़ों की जानकारी आॅनलाईन प्रकाशित करवा दी।
इस मामले में आईसीआईजे ने कहा कि पनामा लाॅ फर्म मोसेक फोंसेका से लीक हुए पेपर्स के केवल एक भाग के माध्यम से इस मामले से जुड़े आंकड़े इस तरह की फर्जी कंपनियों के पीछे 360000 से भी ज़्यादा लोगों और विभिन्न कंपनियों के नामों का खुलासा हो चुका है।
दरअसल अप्रैल माह में प्रकाशित रिपोर्ट में पूर्व में ही रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री डेविड कैमरन व अन्य लोगों के ही साथ विश्व के दिग्गजों का नाम पनामा पेपर्स में शामिल होने की बात कही गई है।
हालांकि वेबसाईट ने सूचनाओं और बैंक खातों की जानकारी आसानी से पहुंच में आने से रोकने हेतु रिकाॅर्ड को आॅनलाईन पोस्ट न करने की बात कही है। इस तरह के रिकाॅर्ड से विभिन्न सूचनाओं को आॅनलाईन जारी कर दिया गया है।