नई दिल्ली : भारत द्वारा नेपाल के नए संविधान के बाद वहां उपजी अहिंसा और उप्रदव की स्थितियों को लेकर कहा है कि नेपाल अपने देश में व्याप्त माहौल को राजनीतिक तरह से हल करे। मधेसी समुदाय द्वारा जिस तरह का विरोध किया जा रहा है उसे विश्वसनीय और प्रभावी बनाया जाना जरूरी है। मामले में यह कहा गया कि नेपाल सीमा पर भारतीय ट्रकों को रोकने की जानकारी सामने आई है। इस तरह से रोके जाने वाले ट्रक नेपाली क्षेत्र में अशांति और लोगों द्वारा विरोध प्रदर्शनों का कारण बन रहे हैं।
दरअसल नेपाल में शकर, नमक, घरेलू एलपीजी गैस और अन्य रोजमर्रा से जुड़ी सामग्री का अभाव हो गया है। जिसके कारण मधेसी समुदाय इनका विरोध कर रहा है। नेपाल भारत से आने वाले ट्रकों को रोक रहा है। जिससे इन सामग्रियों का अभाव हो गया है। यदि नेपाल सरकार इन ट्रकों में लदे माल को लेकर लोगों में वितरित करती है तो यह समस्या दूर हो सकती है। इसी अभाव के कारण विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। उल्लेखनीय है कि नेपाल में अशांति के कारण 40 से भी अधिक लोग मारे जा चुके हैं। दूसरी ओर नेपाल के प्रधानमंत्री सुशील कोईराला ने संयुक्त राष्ट्र संघ का अपना दौरा रद्द कर दिया है।