कोलकाता: जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तान के आतंकवादी संगठन जैश ए मोहम्मद द्वारा सीआरपीएफ जवानों के काफिले पर किए गए हमले के बाद भारत के प्रमुख चाय निर्यातकों ने कहा है कि वे सरकार के साथ हैं और व्यापार का मामला नगण्य हो गया है। इस हमले में 44 जवान शहीद हो गए हैं, जिसके बाद से देश में आक्रोश है। निर्यातक निकाय ने कहा है कि नुकसान होने के बाद भी वे केंद्र सरकार के प्रतिशोधात्मक उपाय के तहत निर्यात रोकने को राजी हैं।
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इंडिया टी एक्सपोर्ट्स एसोसिएशन (आईटीईए) के चेयरमैन अंशुमान कनौड़िया ने मीडिया में कहा है कि, "इस हमले के बाद अब हम पाकिस्तान के साथ व्यापार के बारे में सोच भी नहीं रहे हैं। हम भारत सरकार के साथ मजबूती से खड़े हुए हैं और सरकार की कार्रवाई की प्रतीक्षा कर रहे हैं।" वहीं पाकिस्तान को चाय का निर्यात करने वाले गोपाल पोद्दार ने कहा, "अब हमें व्यापर की परवाह नहीं। व्यापार अब नगण्य हो गया है।"
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कनोरिया ने कहा है कि चाय निर्यातक केंद्र की मोदी सरकार के किसी भी निर्णय का समर्थन करेंगे। गुरुवार को हुआ यह आतंकी हमला जम्मू एवं कश्मीर में 1989 में आंतकवाद के उभार के बाद से सबसे बड़ा आतंकी हमला बताया जा रहा है। इसमें विस्फोटकों से भरी एक कार को लेकर एक फियादीन हमलावर केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल की बस से टकरा गया था, जिसमें 44 जवान शहीद हो गए थे और कई अब भी घायल हैं।
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