नई दिल्ली। मोदी सरकार आने वाले समय में भारतीय रेलवे को वर्ल्ड क्लास बनाने की तैयारी में है। जिनकी भव्य बिल्डिंगो में एयरपोर्ट जैसी फैसिलिटी भी होगी। इन मॉडिफाइड रलवे स्टेशनों पर हैलीपैड्स से लेकर एक्जीक्यूटिव लाउंज, होटल, शॉपिंग मॉल सब होंगे। यानि रेल से सफर करने का अनुभव बदलने वाला है।
एयरपोर्ट की तर्ज पर आने वाली ट्रेनों के लिए अलग और जाने वाली ट्रेनों के लिए अलग-अलग टर्मिनल होंगे। देश भर के 400 स्टेसनों को आधुनिक स्ट्रक्चर में डालने के लिए सरकार 100 करोड़ रुपए खर्च कर रही है। भोपाल के हबीबगंज रेलवे स्टेशन को पहले विश्व स्तरीय स्टेशन के रूप में विकसित करने का काम शुरू हो चुका है।
इनमें गुजरात का सूरत और गांधीनगर, दिल्ली का आनंद विहार और बिजवासन, चंडीगढ़, पुणे का शिवाजी नगर और मोहाली का एसएएस नगर स्टेशन शामिल है। रेल मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि इन विश्व स्तरीय सुविधाओं से लैस स्टेशन बनाने के लिए विदेशी विशेषज्ञों से बात चल रही है। उत्तर प्रदेश में 12 विश्व स्तरीय रेलवे स्टेशन बनेंगे, जो कि किसी भी दूसरे राज्य की तुलना में सर्वाधिक हैं।
अंबाला और लुधियाना रेलवे स्टेशनों को विकसित करने का काम फ्रेंच रेलवे को दिया गया है। फ्रेंच एक्सपर्ट्स ने नई दिल्ली रेलवे स्टेशन का भी दौरा किया है।रेलवे बोर्ड के अधिकारियों के अनुसार, जापान, दक्षिण कोरिया, बेल्जियम, स्विटजरलैंड और ऑस्ट्रिया जैसे देशों ने भारत के रेलवे स्टेशनों के विकास में रुचि दिखाई है।