नई दिल्ली: अंग्रेजी न्यूज़ पेपर ‘द हिंदू’ में गत रविवार को “गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ मामूली टकराव” शीर्षक से प्रकाशित किए गए लेख पर इंडियन आर्मी की प्रतिक्रिया सामने आई है। आर्मी ने इस मामले में संज्ञान लेते हुए कहा कि मई 2021 के पहले हफ्ते में पूर्वी लद्दाख स्थित गलवान घाटी में भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच ऐसी कोई ‘मामूली टकराव’ नहीं हुआ है।
#Rebuttal
— ADG PI - INDIAN ARMY (@adgpi) May 23, 2021
An article titled "Minor face-off with Chinese troops in Galwan Valley" published in The Hindu on 23 May 2021 has been taken note of. (1/4) pic.twitter.com/kBP5K3fvJW
सेना ने द हिंदू के लेख को लेकर कहा कि, ”यह स्पष्ट किया जाता है कि मई 2021 के पहले हफ्ते में पूर्वी लद्दाख में गलवान घाटी में भारतीय और चीनी सेनाओं के बीच ऐसी कोई मामूली झड़प नहीं हुई है।”
It is clarified that NO such minor face-off has taken place between Indian and Chinese troops at #Galwan Valley in Eastern Ladakh in the first week of May 2021 as reported. (2/4)
— ADG PI - INDIAN ARMY (@adgpi) May 23, 2021
सेना ने ‘द हिंदू’ के लेख पर सख्त ऐतराज जताते हुए कहा कि यह लेख जिस सोर्स के माध्यम से लिखा गया है, उससे ऐसा प्रतीत होता है कि वे पूर्वी लद्दाख में विवादित मुद्दों के निराकरण के लिए चल रही कोशिशों को प्रभावित करने का प्रयास किया जा रहा है। सेना ने कहा कि, ”लेख उन स्रोतों से प्रेरित प्रतीत होता है, जो पूर्वी लद्दाख में मुद्दों के शीघ्र निराकरण के लिए जारी प्रक्रिया को पटरी से उतारने की कोशिश कर रहे हैं।”
The article seems to be inspired by sources who may be trying to derail the ongoing process for early resolution of issues in Eastern Ladakh. (3/4)
— ADG PI - INDIAN ARMY (@adgpi) May 23, 2021
इसके साथ ही भारतीय सेना ने मीडिया के लोगों से भी आग्रह किया है कि यदि वे इंडियन आर्मी के बारे में कुछ लिख रहे हैं तो सेना के ही अधिकृत सोर्स के माध्यम से ही स्थितियों को स्पष्ट करें, न कि किसी तीसरे पक्ष से मिले गैर प्रमाणित इनपुट के आधार पर खबर छापें। आर्मी ने कहा कि, ”मीडिया पेशेवरों से आग्रह किया जाता है कि वे भारतीय सेना से संबंधित घटनाओं पर वास्तविक संकोस्करण/स्थिति को वे इंडियन आर्मी के अधिकृत स्रोतों से ही स्पष्ट करें न कि तीसरे पक्ष से अप्रमाणित इनपुट पर रिपोर्ट को आधार बनाकर।”
#Media professionals are requested to clarify actual versions/positions on incidents involving the Indian Army from authorised sources in the #IndianArmy and not base reports on un-corroborated inputs from third parties. (4/4)#IndianArmy#StrongAndCapable
— ADG PI - INDIAN ARMY (@adgpi) May 23, 2021
स्वास्थ्य, स्वच्छता और खाद्य उत्पादों की बिक्री में हुई बढ़ोतरी
MP: कूनों राष्ट्रीय उद्यान में आएँगे चीते, नवंबर में शुरू होगी लाने की प्रक्रिया
विदेश यात्रा के लिए क्यूआर कोड के साथ नकारात्मक आरटी-पीसीआर रिपोर्ट होगी अनिवार्य