श्रीनगर: पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए आत्मघाती आतंकी हमले और मुठभेड़ को लेकर मंगलवार को भारतीय सेना, सीआरपीएफ और जम्मू-कश्मीर पुलिस की संयुक्त प्रेस वार्ता की में लेफ्टिनेंट जनरल के जे एस ढिल्लन जीओसी, 15वीं कोर ने आतंकवादियों और उन्हें पनाह देने वालों को कड़ी चेतावनी दे डाली है, साथ ही भारतीय सुरक्षाबलों के सख्त इरादों को भी स्पष्ट कर दिया है।
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लेफ्टिनेंट जनरल के जे एस ढिल्लन ने कहा है कि आज तक न जाने कितने गाजी आए और कितने चले गए। प्रेस वार्ता में चिनार कॉर्प्स के लेफ्टिनेंट जनरल केजीएस ढिलन्न ने जानकारी देते हुए बताया है कि पुलवामा हमले के मास्टरमाइंड कामरान को सुरक्षाबलों ने 100 घंटे के भीतर मार गिराया है। उन्होंने आगे कहा की आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद पाकिस्तानी सेना का ही एक बच्चा है। इसमें किसी को कोई संदेह नहीं है। उन्होंने सख्त लहजे में कहा है कि सीमा पार से जो भी कश्मीर में घुसेगा, मारा जाएगा। अब आतंकी वारदातों में शामिल लोगों पर कोई रहमदिली नहीं दिखाई जाएगी। उन्होंने कहा है कि पुलवामा हमले में सौ प्रतिशत आईएसआई और पाकिस्तानी आर्मी का ही हाथ है, जैश ए मोहम्मद को पाकिस्तानी सेना और आईएसआई ही निर्देशित करती है।
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प्रेस वार्ता में सेना ने जम्मू कश्मीर की महिलाओं से अनुरोध करते हुए कहा है कि वे अपने बच्चों को समझाएं और जो बच्चे आतंकवाद की राह पर निकल चुके हैं, उन्हें आत्मसमर्पण करने के लिए कहें। उन्होंने कहा है कि सेना के पास आत्मसमर्पण के लिए एक पॉलिसी है, अब अगर जो भी सेना के विरुद्ध बंदूक उठाएगा वो जिन्दा नहीं बचेगा। उन्होंने कहा है कि हम नहीं चाहते हैं कि कोई भी भारतीय नागरिक घायल हो। किन्तु अब अगर किसी ने भी सेना को या दुसरे निर्दोष नागरिकों को नुक्सान पहुँचाने की कोशिश की तो सेना बिलकुल रहम नहीं दिखाएगी।
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