नई दिल्ली : पठानकोट के एयरबेस स्टेशन पर आतंकियों का हमला होने के बाद इस मामले में केंद्रीय वित्तमंत्री अरूण जेटली ने बयान व्यक्त किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि पठानकोट में वायुसेना के एयरबेस स्टेशन से आतंकियों को मारे जाने के बाद इस आॅपरेशन के पूरा हो जाने के बाद ही इस मामले में फैसला किया जाएगा कि भारत और पाकिस्तान के बीच विदेश स्तरीय वार्ता आगे बढ़ाई जाएगी या नहीं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की बैठक में विभिन्न मसलों के ही साथ आतंकवादी हमले के मसले पर चर्चा की जाएगी। केंद्रीय मंत्री अरूण जेटली ने कहा कि उनका मानना है कि अभियान पूरा हो जाने के बाद सरकार इस तरह के मसले पर विचार करेगी। केंद्रीय मंत्री अरूण जेटली से पत्रकारों ने तरह - तरह के सवाल पूछे।
उन्होंने कहा कि उनका मानना था कि वे ऐसे स्तर पर हैं जहां अभियान जारी है। उनके लिए इससे अधिक कुछ कहना ठीक नहीं है। केंद्रीय मंत्री अरूण जेटली ने कहा कि तलाशी अभियान काफी लंबा चल सकता है क्योंकि पूरे एयरबेस स्टेशन पर छानबीन करनी होगी और यह परिसर करीब 24 किलोमीटर के दायरे में है।
सुरक्षा बलों द्वारा कार्रवाई की गई। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि आतंकी वायुसैनिक अड्डे पर संपत्तियों को नुकसान पहुंचाने के लिए आए थे। आतंकियों में आत्मघाती भी थे। जो कि प्रशिक्षित थे। इस आॅपरेशन में यह ध्यान रखा गया कि काम से कम नुकसान हो। सुरक्षाबलों ने प्रयास किया कि आतंकियों को जिंदा पकड़ा जाए। मगर यदि अधिक नुकसान की आशंका हो तो उन्हें मार दिया जाए। दरअसल अभियान लंबे चलाए जाते हैं क्योंकि आतंकियों के पास विस्फोटक होते हैं ऐसे में किसी तरह की रिस्क नहीं ली जाती।