बेंगलुरू टेस्ट : अपनी बढ़त दुगनी करने उतरेगा भारत
बेंगलुरू टेस्ट : अपनी बढ़त दुगनी करने उतरेगा भारत
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बेंगलुरू : भारत और दक्षिण अफ्रीका की क्रिकेट टीमों के बीच जारी चार मैचों की टेस्ट सीरीज का दूसरा मुकाबला आज बेंगलुरू के एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम में खेला जाएगा। मोहाली में 108 रनों की जीत के साथ 1-0 की बढ़त बनाने वाली भारतीय टीम अब एक और जीत के साथ अजेय स्थिति कायम करना चाहेगी। भारत ने मोहाली में 108 रनों से जीत दर्ज की थी। स्पिन लेने वाली विकेट पर उसने दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाजों को पूरी तरह मजबूर किया था। उसके तीन स्पिनरों ने उस मैच में कुल 20 में से 19 विकेट बांटे थे। एक विकेट तेज गेंदबाज वरुण एरॉन को मिला था। अब भारत को एक बार फिर बेंगलुरू में भी मोहाली जैसी पिच मिलने के आसार हैं।

अंतिम एकदिवसीय मैच में मुम्बई में जो हुआ था, उसे देखते हुए कोई भी स्थानीय क्यूरेटर भारतीय टीम की शक्तियों से अलग हटकर पिच का निर्माण नहीं करेगा। मोहाली में भारत तीन स्पिनरों के साथ खेला था और बेंगलरू में भी टीम संयोजन में बदलाव के कम ही आसार दिख रहे। ऐसे में दक्षिण अफ्रीकी टीम को एक बार फिर रविचंद्रन अश्विन के नेतृत्व वाले भारतीय स्पिन विभाग को झेलना होगा। यह काम उसके लिए आसान नहीं होगा क्योंकि मोहाली में जो कुछ दिखा था, उसे देखते हुए यह कहा जा सकता है कि कुछ एक को छोड़कर अभी द. अफ्रीकी बल्लेबाज स्पिन कला का काट खोजने में में माहिर नहीं हुए हैं।

भारत के लिए अच्छी खबर यह है कि इशांत शर्मा टीम में लौट आए हैं। एक मैच का प्रतिबंध झेलने के बाद वह वरुण एरॉन की जगह लेंगे। इशांत के लौटने से भारत के तीन स्पिनर खिलाने के संयोजन पर कोई असर नहीं पड़ा है। द. अफ्रीका के लिए बुरी खबर यह है कि उसके स्टार गेंदबाज डेल स्टेन और वेरनान फिलेंडर इस मैच में नहीं खेल रहे हैं। स्टेन को मोहाली में ग्रोइन इंजुरी हुई थी और वह समय रहते फिट नहीं हो सके हैं।

दूसरी ओर, फिलेंडर टखने की चोट के कारण सीरीज से बाहर हो गए हैं। केल एबॉट को उनके स्थानापन्न के तौर पर टीम में शामिल किया गया है। फिलेंडर को गुरुवार को अभ्यास सत्र के दौरान फुटबाल खेलते वक्त चोट लगी। उनका टखना बुरी तरह मुड़ गया। इसके बाद उन्हें सहायक दल के सदस्य गोद में उठाकर मैदान से बाहर ले गए। बाद में फिलेंडर की चोट का एमआरआई स्कैन किया गया, जिसमें पता चला उनकी चोट गम्भीर है और इससे उबरने में उन्हें कम से कम आठ सप्ताह लग जाएंगे।

फिलेंडर की गैरमौजूदगी में दक्षिण अफ्रीका को शुरुआती विकेट झटकने के लिए संघर्ष करना होगा। लम्बे समय से फिलेंडर उसे शुरुआती सफलता दिलाते रहे हैं। वैसे मोहाली में मेहमान स्पिनरों ने जिस तरह का प्रदर्शन किया था, उसे देखते हुए भारत के बेंगलुरू में बल्लेबाजी आसान नहीं होगी। द. अफ्रीकी स्पिनरों ने भी मोहाली में 10 से अधिक विकेट लिए थे, ऐसे में दोनों टीमों के बीच गेंद तथा बल्ले से एक रोमांचक भिड़ंत देखने के मिलेगी।

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