वाशिंगटन: दो अमेरिकी शीर्ष सीनेटरों ने सीनेट में एक विधेयक रखा है. यदि कांग्रेस इसे पारित कर देती है तो अमेरिका और भारत के रक्षा सम्बन्धों का स्तर बहुत ऊँचा हो जाएगा|
सीनेटर मार्क वार्नर और जॉन कोरनिन ने मंगलवार को अमेरिका-भारत रक्षा प्रौद्योगिकी और भागीदारी कानून से सम्बन्धित विधेयक को सीनेट में रखा, ये दोनों सीनेटर सीनेट इण्डिया काकस के सह-अध्यक्ष हैं. यह विधेयक विदेश सम्बन्धी मामलों की समिति को भेजा गया है. इसी तरह का प्रारूप मार्च में प्रतिनिधि सभा में रखा गया था|
वार्नर ने यूएस इण्डिया बिजनेस काउंसिल द्वारा जारी एक बयां में कहा कि यह विधेयक हमारे द्विपक्षीय सम्बन्धों खासकर रक्षा क्षेत्र में, को मजबूत करने का समर्थन करता है. साथ ही भारत को वह स्तर प्रदान करता है कि वह एशिया और विश्व में सुरक्षा को बढ़ावा देने में एक भागीदार के रूप में हक रखता है|
विधेयक में भारत को कांग्रेस सम्बन्धी रक्षा बिक्री अधिसूचनाओं के लिए नाटो और इस्राइल जैसे घनिष्ठ साझेदार की तरह रखा गया है. पीएम मोदी की अगले माह संभावित अमेरिका यात्रा से पहले इस विधेयक का सीनेट में रखा जाना बहुत महत्वपूर्ण है|