नई दिल्ली: भारत ने यूनाइटेड नेशंस को सूचित किया है कि नए भारतीय टीकों के साथ वह अपनी उत्पादन क्षमता बढ़ाएगा. भारत ने जोर देते हुए कहा है कि कच्चे माल की आपूर्ति को बनाए रखना आवश्यक है, क्योंकि कोविड-19 टीकों का विश्व के हर कोने में पहुंचना जरुरी है. संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टी एस तिरुमूर्ति ने शुक्रवार को कहा कि भारत ने पूरे विश्व के अनेक देशों को मेडिकल संबंधी मदद और बाद में टीके मुहैया करवाए हैं.
टी एस तिरुमूर्ति ने ये बातें संयुक्त राष्ट्र महासभा में ‘संकट, सामान्य होने की क्षमता और बहाली – 2030 एजेंडा के लिए प्रगति की गति में इजाफा’ विषय पर दूसरी समिति की आम चर्चा के दौरान कहीं. उन्होंने कहा कि, 'हम ऐसे वक़्त पर मिल रहे हैं, जब कोविड संकट खत्म होता नजर नहीं आ रहा. वैसे टीके आने के साथ यह उम्मीद है कि हम परिस्थितियों को बदल सकते हैं.' टी एस तिरुमूर्ति ने कहा कि, '‘जैसा पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा था, हम इसे बहाल करेंगे और इस महामारी के खात्मे के लिए अन्य साझेदारों के साथ एकजुट होकर कार्य करेंगे. इसके लिए, कच्चे माल की सप्लाई चैन को खुला रखना होगा. भारत की नई वैक्सीन भी आने वाली हैं, जिनके साथ हम आपूर्ति क्षमता को बढ़ाएंगे.'
भारत वैक्सीन दान करने की वैश्विक पहल ‘कोवैक्स’ संबंधी अपने वादे को पूरा करने के लिए और ‘टीका मैत्री’ कार्यक्रम के तहत 2021 की चौथी तिमाही में कोरोना वायरस के अतिरिक्त टीकों का निर्यात पुन: आरंभ करेगा. बता दें कि देश में, अप्रैल माह में वैश्विक महामारी की दूसरी लहर के बाद सरकार ने टीकों का एक्सपोर्ट बंद कर दिया था. भारत सौ से ज्यादा देशों को अनुदान, वाणिज्यिक खेप के रूप में और कोवैक्स पहल के तहत अब तक 6.6 करोड़ से ज्यादा वैक्सीन निर्यात कर चुका है.
'आप पूरी दुनिया के लिए प्रेरणादायक व्यक्ति...', PM मोदी से मिलकर बोलीं डेनमार्क की पीएम
जम्मू सरकार ने हवाईअड्डा विस्तार के लिए भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण को हस्तांतरित की जमीन
केरल के मुख्यमंत्री ने सबरीमाला हवाईअड्डे को समयबद्ध तरीके से पूरा करने का किया वादा