नई दिल्ली : भारत हमेशा से अपने पड़ोसियों की विपदा की घड़ी में मदद करता आय़ा है। एक बार फिर से अपनी मदद की भावना का फर्ज निभाते हुए भारत तूफान से जूझ रहे श्रीलंका की मदद के लिए आगे आया है। राहत सामग्री के साथ-साथ नौ सेना के दो पोत और एक सी-17 मालवाहक विमान को भेजने का फैसला किया गया है।
इसके साथ विशेषज्ञों की एक टीम भी भेजी गई है। श्रीलंका में आई भारी बारिश, चक्रवाती तूफान और फिर भूस्खलन से अब तक 63 लोगों की मौतें हो चुकी है। गृह मंत्रालय की अध्यक्षतका में शुक्रवार को श्रीलंका में आई प्राकृतिक विपदा को लेकर एक उच्च स्तरीय बैठक हुई।
इसके बाद अधिकारियों ने बताया कि दवा, टेंट, खाद्य पदार्थ और अन्य जरूरी सामग्री भेजी जाएगी। विदेश विभाग के प्रवक्ता विकास स्वरुप ने बताया कि कोच्चि से आईएनएस सुनन्या और आईएनएस सतलज को रवाना किया जाएगा। गोताखोरों की एक टीम भी जाएगी।
उन्होने कहा सी-17 के साथ आपदा प्रबंधन के अधिकारी श्रीलंका जाएंगे। अतिरिक्त राहत सामग्री के लिए विमान को चेन्नई में उतारा जाएगा। शुक्रवार की शाम को विमान कोलंबो पहुंच गया। श्रीलंका में तूफान के कारण अब तक 3 लाख लोगों को शरणार्थी शिविर में रहना पड़ रहा है। खबरों के अनुसार, 354 परिवार पूरी तरह से बर्बाद हो गए है।