भारत खत्म करे नाकेबंदी , हम संविधान में करेंगे सुधारः नेपाली PM
भारत खत्म करे नाकेबंदी , हम संविधान में करेंगे सुधारः नेपाली PM
Share:

काठमांडू : पंचशील सिद्धांतों के बारे में उल्लेख करने के दौरान नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने रविवार को भारत से आह्वान करते हुए कहा की नेपाल पर अघोषित नाकेबंदी को तुरंत बंद किया जाए जिससे द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ाने में मदद मिल सके। जानकारी दे दे की प्रधानमंत्री ने यह आह्वान नेपाल के नये संविधान को लेकर हाल ही में चल रहे राजनीतिक संकट के बीच किया है।

पिछले महीने प्रधानमंत्री का पद संभालने के बाद पहली बार देश को संबोधित करते हुए ओली ने कहा कि नेपाल का संविधान, प्रक्रिया और विषय वस्तु के नजरिये से सर्वोत्तम है। ओली ने कहा, हम चाहते हैं कि अपने पडोसी देशो के साथ मैत्रीपूर्ण संबंध संयुक्त राष्ट्र चार्टर और पंचशील सिद्धांतों के आधार पर आपसी समानता और हितों के अनुरूप बनाये जाएं।

साथ ही साथ ओली ने कहा कि हमारा मानना है कि बातचीत के द्वारा किसी भी गलतफहमी को दूर किया जा सकता है। पंचशील सिद्धांत देश के रिश्तो को परिभाषित करने वाले सिद्धांत हैं। जानकारी दे की चीन और भारत के बीच 1954 में हुए एक समझौते के तहत इन सिद्धांतों को पहली बार औपचारिक स्वरूप दिया गया था।

प्रधानमंत्री ओली ने पड़ोसी देशों से नेपाल की सीमाई अखंडता, राष्ट्रीय संप्रभुता और स्वतंत्रता का सम्मान करने को भी कहा। इसके साथ ही ओली ने भारत से फ़ौरन नाकेबंदी खत्म करने का आह्वान करते हुए कहा, वर्तमान नाकेबंदी युद्धकालीन स्थिति से भी बेकार है। अस्पतालों में दवाओं और आपात्कालीन स्थिति के लिए भी खून (ब्लड) की कमी आ चुकी है।

रसोई गैस की किल्लत के कारन लोगो के घरो में खाना नही पक रहा है। यह सब परिवहन नाकेबंदी के का नतीजा है।' वही दूसरी और नाकेबंदी की बात से इनकार करते हुए भारत ने कहा कि नेपाल के नये संविधान को लेकर हुए हिंसक प्रदर्शनों के बाद से ट्रक ड्राइवर अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं। आपको बता दे की संविधान को लेकर चली हिंसा की इन घटनाओं में 40 से अधिक लोगो की मौत हो चुकी है।

रिलेटेड टॉपिक्स
- Sponsored Advert -
मध्य प्रदेश जनसम्पर्क न्यूज़ फीड  

हिंदी न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_News.xml  

इंग्लिश न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_EngNews.xml

फोटो -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_Photo.xml

- Sponsored Advert -