नई दिल्ली : रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने गुरुवार को कहा कि भीषण भूकंप की त्रासदी से जूझ रहे नेपाल को भारत हर तरह की मदद करेगा। राष्ट्रीय राजधानी में कंट्रोलर्स कान्फ्रेंस के उद्घाटन सत्र से इतर नेपाल में भारत द्वारा राहत व बचाव कार्य पर एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, "नेपाल की जो भी जरूरतें होंगी, भारत उसे पूरी करेगा। उसकी जरूरत के हिसाब से हम सब कुछ कर रहे हैं।"
उल्लेखनीय है कि बीते 25 अप्रैल को नेपाल में 7.9 तीव्रता वाला एक भीषण भूकंप आया, जिसमें पांच हजार लोग मारे गए, जबकि 10 हजार से ज्यादा लोग घायल हो गए हैं। हवाई अभियान के बारे में पूछे जाने पर्रिकर ने कहा, "नेपाल के अनुरोध व जरूरतों को पूरा करना भारतीय वायुसेना (आईएएफ) की जिम्मेदारी है। वे विदेश मंत्रालय के संपर्क में हैं।"
नेपाल में भूकंप आने के तुरंत बाद आईएएफ व भारतीय सेना उसकी मदद के लिए हरकत में आ गई। उसने चिकित्सा, अभियांत्रिकी उपकरण, आपदा राहत दल, दवाएं, खाद्य पदार्थ तथा अन्य राहत सामग्रियों से आपदाग्रस्त देश की मदद की। आईएएफ आपदाग्रस्त देश से अब तक तीन हजार लोगों को बाहर निकाल चुका है।
इस अभियान के लिए सी-17 ग्लोबमास्टर 3, आईएल-76, सी130जे सुपर हरक्युलस तथा एएन-32 विमानों की मदद ली गई। साथ ही उसने लगभग 314.6 टन राहत सामग्री नेपाल पहुंचाई है। सेना तथा आईएएफ के हेलीकॉप्टर भी नेपाल में राहत अभियान में हिस्सा ले रहे हैं।
हेलीकॉप्टरों की सहायता से भूकंप में फंसे लोगों को बचाने तथा राहत सामग्री पहुंचाने का काम किया जा रहा है। उधर, रक्षा मंत्रालय ने नेपाल में राहत अभियान में लगे ब्रिटिश व सिंगापुर सैन्य विमानों को भारत में ईंधन भरने की गुरुवार को मंजूरी दे दी।
NTIPL reserves the right to delete, edit, or alter in any manner it sees fit comments that it, in its sole discretion, deems to be obscene, offensive, defamatory, threatening, in violation of trademark, copyright or other laws, or is otherwise unacceptable.