नई दिल्ली : भारत ने आतंकी मसूद अजहर को लेकर अपना कड़ा रूख अपनाया है। उसने संयुक्त राष्ट्र में अपनी नाराजगी साफतौर पर जाहिर की है। जैश ए मोहम्मद के इस सरगना पर भारत ने प्रतिबंध लगाने की मांग की थी मगर भारत के प्रस्ताव का विरोध चीन ने अपने वीटो के माध्यम से कर दिया। ऐसे में इस आतंकी को प्रतिबंधित नहीं किया जा सकता।
गौरतलब है कि भारत के पठानकोट में हमले सहित कई आतंकी हमलों में इस आतंकी की प्रमुख भूमिका रही है। आतंकी सैटेलाईट फोन से इससे संपर्क में रहते हैं और हमलों को लेकर जानकारी लेते रहे हैं। संयुक्त राष्ट्र में भारत के राजदूत सैयद अकबरूद्दीन ने इस मामले में कहा कि यूएन की 15 सदस्यों वाली सुरक्षा परिषद प्रमुख तौर पर शांति और सुरक्षा कायम रखने के लिए स्थापित की गई थी लेकिन भारत की जरूरतें इससे पूरी नहीं हो रही हैं यह भारत को नज़रअंदाज़ कर रही है।
चीन पर अप्रत्यक्ष टिप्पणी करते हुए उनहोंने कहा कि मसूद अजहर के विरूद्ध देश के प्रयास पर बीजिंग की ओर से तकनीकी रोक लगाने का हवाला दिया गया हालात यह है कि तीन माह का समय मिल जाने के बाद भी मसूद अजहर को लेकर कुछ नहीं हुआ। उन्होंने भारत के साथ भेदभावपूर्ण रवैया रखने का आरोप भी लगाया।
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