शंघाई : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज शंघाई के वर्ल्ड एक्सपो सेंटर में करीब 5000 भारतीय नागरिकों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि हम सर्वजन हिताय सर्वजन सुखाय की भावना से आगे बढ़ते हैं। यही नहीं बीते एक वर्ष में विश्व भारत की इज्जत करने लगा है। चीन में इतने भारतीय देखकर बेहद खुशी हो रही है। यही नहीं 16 मई 2014 को जब जनतंत्र ने मौाक दिया तब से लेकर अब तक देश में काफी बदलाव हुए हैं। उनहोंने कहा कि मैं परिश्रम करने में कोई कमी नहीं रखूंगा यह मैंने कहा था और वही कर रहा हूं।
उन्होंने कहा कि बीती बातें काम करने की ताकत देती हैं। उन्होंने कहा कि दुख भरे दिन बीते हैं। उन्होंने कहा कि अनुभवहीनता के कारण उनसे गलती हो सकती है लेकिन वे बदइरादे से कोई गलत काम नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि चीन की इस धरती से इस संतोष के साथ बता रहा हूं कि किसी तरह का कोई आरोप हम पर नहीं है। मुझे आज अपने सामने लघु भारत नज़र आ रहा है।
भारत का हर कोना यहां मौजूद है। उन्होंने कहा कि आलोचनाऐं काम करने की प्रेरणा देती है। मैंने अपना काम ईमानदारी से किया। उन्होंने चीन में रहने वाले भारतीयों से आशीर्वाद मांगा और कहा कि जनता - जनार्दन ईश्वर का रूप होता है इसलिए मैं आशीर्वाद मांग रहा हूं। उन्होंने कहा कि मेरा प्रयास यही है कि मुझसे कोई गलती न हो जाए जिससे मेरे देश का कोई नुकसान हो।
उन्होंने अपनी तीन दिन की चीन यात्रा को लेकर कहा कि वक्त बदल चुका है। दोस्तों वक्त बदल चुका है। उन्होंने कहा कि चीन के इतिहास में यह यात्रा नए रूप में देखी जा रही है। वैश्विक स्तर पर इसे बारीकी से देखा जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उद्बोधन के दौरान हर कहीं मोदी - मोदी और भारत माता की जय के जयकारे गूंज उठे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यहां उपस्थित भारतीयों को चीन में भारत वर्ष मनाए जाने को लेकर सभी भारतीयों को निमंत्रित किया। उन्होंने कहा कि विश्व पटल पर भारत की पहचान बन रही है। अब वक्त बदल रहा है। उन्होंने कहा कि चीन के इतिहास में यह यात्रा नए रूप में देखी जा रही है। वैश्विक स्तर पर इसे बारीकी से देखा जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उद्बोधन के दौरान हर कहीं मोदी - मोदी और भारत माता की जय के जयकारे गूंज उठे।