हर दिन कोरोना वायरस का कहर देश भर के कई हिस्सों में अब भी बढ़ता जा रहा है, हर दिन कोई न कोई इस वायरस के संक्रमण की चपेट में आ रहा है, ऐसे में कुछ भी कह पाना बहुत ही ज्यादा मुश्किल है, इतना ही नहीं यदि बात भारत के आंकड़े की कि जाए तो ये पहले के मुकाबले बहुत ही ज्यादा कम हो चुके है, और काफी हद तक कई स्थानों में कोरोनावायरस का संक्रमण पूरी तरह से ख़त्म हो चुका है. वहीं भारत में अब ब्रेकथ्रू इंफेक्शन का खतरा और भी ज्यादा बढ़ता जा रहा है. ब्रेकथ्रू इंफेक्शन का मतलब उन केसों से है जिसमें दोनों डोज लगवा चुके मरीज भी संक्रमित हो रहे हैं. इस खतरे को देखते हुए जल्द ही बूस्टर डोज की आवश्यकता भी पड़ सकती है.
अगर केरल के साथ-साथ अन्य राज्यों में भी दोनों डोज लगवा चुके लोगों में संक्रमण के केस ऐसे ही बढ़ते है तो एक बार फिर बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है. केरल सहित देशभर में कोविड के केसों में कमी देखने को मिली है, लेकिन ब्रेकथ्रू इंफेक्शन ने चिंता और भी ज्यादा बढ़ा दी है. वहीं, केरल अभी भी नए मामलों में सबसे अधिक केस वाला राज्य है. ब्रेकथ्रू इंफेक्शन में दोनों टीके लगने के बाद भी लोग वायरस के चपेट में आ जाते हैं.
यहां बीते एक सप्ताह के आंकड़ों को देखें तो रोजाना 6000 हजार से अधिक नए केस देखने को मिल रहे है जो कि जो कि पूरे देश के नए केसों में 60 प्रतिशत है. यही नहीं, केरल के इन नए केसों में 40 प्रतिशत नए मरीज वो हैं जिन्होंने दोनों डोज ले ली है. ये हालत तब है जब केरल की 95 प्रतिशत आबादी को कोविड का पहला टिका और 60 फीसद आबादी को दोनों टीके लगाए जा चुके हैं.
पिज्जा खाती हुई ये अजीब महिला है बॉलीवुड की मशहूर अभिनेत्री, नाम जानकर हो जाएंगे हैरान
ये है अब तक का सबसे खतरनाक किला, जहां छोटी सी चूक ले सकती है आपकी जान
ड्रग्स केस में पूछताछ होने के बाद अनन्या पांडे ने शेयर किया ये पहला स्पेशल पोस्ट