नई दिल्ली: चीन के वुहान शहर से दुनियाभर में फैले कोरोना वायरस ने हाहाकार मचा रखा है। इस वायरस से लोगों में दहशत फैली हुई है। वहीं भारत में भी कोरोना वायरस अपनी पकड़ मजबूत कर चुका है। बता दें कि पिछले 24 घंटों के दौरान अब तक के सर्वाधिक 32 हजार से ज्यादा नए मामले दर्ज किए गए हैंं। अब तक संक्रमितों की संख्या 9.69 लाख के पार पहुंच गई है। वहीं इसी बीच भारतीय विज्ञान संस्थान (IISC) ने एक अनुमान जताया है।
IISC के मुताबिक, देश में सबसे बेहतर स्थिति में मार्च 2021 तक कुल कोरोना मरीजों की तादाद 37.4 लाख तक पहुंच जाएगी। वहीं, सबसे बुरी स्थिति में इस दौरान 6.18 करोड़ लोग वायरस का शिकार हो जाएंगे। IISC मॉडल संक्रामक रोगों के गणितीय मॉडलिंग में एक प्रतिमान है और यह देश के कोरोना वायरस डाटा और इस साल 23 मार्च से 18 जून के मध्य सामने आए कोरोना केस पर आधारित है। हालांकि, देश में वर्तमान कोरोना स्थिति के मद्देनज़र अनुमान अलग होने की संभावना भी है।
इस मॉडल के सबसे बुरे परिदृश्य प्रक्षेपण में मार्च 2021 के आखिर तक भारत में कोरोना के चरम पर नहीं पहुंचने की आशंका जताई जा रही है। वहीं, सबसे बेहतर परिदृश्य में कोरोना, भारत में सितंबर के दूसरे सप्ताह या अक्तूबर तक पीक पर पहुंच सकता है। नए संक्रमणों की दर में कटौती के लिए मॉडल ने प्रत्येक सप्ताह एक या दो दिन लॉकडाउन किए जाने पर जोर दिया है। इस अध्ययन में कहा गया है कि प्रत्येक हफ्ते एक या दो दिन का लॉकडाउन और लोगों द्वारा सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने से संक्रमण में काफी हद तक गिरावट आ सकती है।
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