देश का पहला कैशलैश विश्वविद्यालय बन इग्नू ने छात्रों की समस्याओं का किया समाधान
देश का पहला कैशलैश विश्वविद्यालय बन इग्नू ने छात्रों की समस्याओं का किया समाधान
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नोटबंदी के बाद अब इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू) देश का पहला कैशलैश विश्वविद्यालय बन गया है.जिसके चलते अब सारा भुकतान ऑनलाइन के माध्यम से किया जाएगा.इस विश्वविद्यालय में अब किसी भी प्रकार का कोई भी लेन-देन नकद नहीं होगा. विश्वविद्यालय ने केन्द्र सरकार के कैशलेस अर्थव्यवस्था मिशन से जुड़ने का सफल प्रयास किया है.
 
अन्य मीडिया से मिली जानकारी के मुताबिक़ बताया जा रहा है की विश्वविद्यालय ने साफ किया है कि आवेदन फार्म से लेकर छात्रों की फीस तक कहीं भी कैश जमा नहीं होगा. यहां तक कि बैंक ड्राफ्ट भी नहीं लिए जाएंगे.इससे अब छात्रों को बैंक लाइन में लगकर डीडी, बैंक ड्राफ्ट नहीं बनवाना होगा अब तो सारा काम ऑनलाइन ही होगा.साथ ही साथ एक ख़ास खबर की अब आवेदन फार्म होगा निशुल्क: डॉ. रवीन्द्र कुमार ने बताया कि जुलाई 2017 से इग्नू के सभी ऐसे पाठ्यक्रम जिनमें सीधे दाखिले लिए जाते हैं, उनके आवेदन फार्म और प्रॉस्पेक्टस नि:शुल्क देने का फैसला लिया है.
 
जिन कोर्स में दाखिले के लिए प्रवेश परीक्षा होती है वहां ई-ट्रांजेक्शन से ही भुगतान होगा. स्टूडेंट्स डेबिट कार्ड: दाखिला लेने पर छात्रों को इग्नू स्टूडेंट्स डेबिट कार्ड दिया जाएगा. जिसका प्रयोग वे इग्नू की सेवाओं के साथ ही निजी ट्रांजेक्शंस में भी कर सकेंगे.

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