हिमाचल की राजधानी शिमला से सटे प्रसिद्ध पर्यटन स्थल कुफरी जाने वाले सैलानियों के लिए प्रशासन ने नई व्यवस्था लागू की है। ऐसे में यदि आप भी बर्फ के दीदार के लिए कुफरी घूमने का प्लान बना रहे हैं तो इस खबर को जरूर पढ़ लें, ताकि किसी परेशानी का सामना न करना पड़ सकता है | प्रशासन के मुताबिक कुफरी जाने वाले सैलानियों को दिन में साढ़े तीन बजे से पहले वापस शिमला लौटना हो सकता है ।वही शाम के समय छराबड़ा से फागू के बीच नेशनल हाइवे-05 पर कोहरा जमने से फिसलन बढ़ने से हादसों की आशंका को देखते हुए ये निर्देश जारी किए हैं। इसके लिए ढली थाना पुलिस के पेट्रोलिंग वाहन में बाकायदा माइक लगा कर अनाउंसमेंट कर सैलानियों को सूचित किया जा रहा है। केवल इतना ही नहीं अचानक मौसम खराब होने पर बर्फबारी शुरू होने की स्थिति में भी सैलानियों से शिमला लौटने का आग्रह किया जा सकता है ।
यह हिदायत उन सैलानियों को है जो ठहरे तो शिमला शहर के होटलों में है और घूमने कुफरी गए हैं। इसके अलावा छराबड़ा, कुफरी और फागू में बार-बार हो रही बर्फबारी के चलते सड़क पर फिसलन बढ़ गई है। सुबह और शाम के समय ठंड बढ़ने पर बर्फ सड़क में शीशे की तरह जम जाती है। बाहरी क्षेत्रों से आने वाले सैलानियों को बर्फ पर गाड़ी चलाने का अनुभव नहीं होता जिसके चलते टूरिस्ट वाहन स्किड होने के बाद यहां वहां फंस जाते हैं और ट्रैफिक जाम हो जाता है। एनएच-05 समूचे ऊपरी शिमला को राजधानी से जोड़ता है। इसलिए ट्रैफिक जाम के कारण न सिर्फ सैलानियों को बल्कि आवाजाही करने वाले अन्य लोगों को भी भारी परेशानी झेलनी पड़ती है। थाना प्रभारी ढली की अगुवाई में थाने के 4 जवान पेट्रोलिंग वाहन में मौजूद रहते हैं।
वही यह पुलिस टीम न सिर्फ जरूरत पड़ने पर गाड़ियों को धक्का लगा कर निकाल रही है बल्कि बर्फ में फंसे सैलानियों को बचाने में भी अहम भूमिका निभा रही है। दोपहर बाद पेट्रोलिंग वाहन ढली से कुफरी और चीनीबंगला सड़क पर आवाजाही शुरू कर देता है।इसके अलावा एसपी शिमला ओमापति जमवाल ने बताया कि सैलानियों की सुरक्षा और ट्रैफिक जाम की समस्या से निजात पाने के लिए यह व्यवस्था की है। वही शाम के समय सड़क पर कोहरा जमने से फिसलन बढ़ने के कारण गाड़ियों के स्किड होने का खतरा बढ़ जाता है। एचआरटीसी शिमला के मंडलीय प्रबंधक रघुवीर सिंह ठाकुर ने सभी डिपो को आदेश जारी कर बर्फबारी प्रभावित रूटों पर ऐसे चालक भेजने की हिदायत दी है जो बर्फ पर गाड़ी चलाने का अनुभव रखते हैं। इसके अलावा मौके पर सड़क की परिस्थिति को देखने के बाद ही रूट पर गाड़ी चलाने के भी निर्देश दिए हैं। ऐसा बतायाजा रहा है कि चौकी के पास स्किड हुई करसोग डिपो की बस रविवार रात लगभग 11 बजे ही हटा दी थी।
अब दिल्ली आ सकेंगे भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर, लेकिन अदालत ने रखी ये शर्त
मेरठ में हथियारों की अवैध फैक्ट्री पर सरकार का छापा, एक को किया गिरफ्तार