25 अगस्त को शुभ काम की शुरुआत में हमेशा साथ निभाने वाले भगवान गणेश का उत्सव प्रारंभ होगा. पुरे भारत में यह त्यौहार बहुत ही धूमधाम से मनाया जाता है. महाराष्ट्र राज्य में इसकी धूम कुछ अलग ही देखने को मिलती है. भगवान गणेश की पूजा-अर्चना कई तरीके से की जाती है. भगवान गणेश को सबसे पहले घर में स्थापित किया जाता है, उसके बाद दसवे दिन पर उनका विसर्जन किया जाता है. कई लोग पर्यावरण को बचाने के लिए ईको-फ्रेंडली गणेशा की प्रतिमा स्थापित करते है. आप चाहे तो घर में क्राफ्ट के जरिए सुंदर गणेशा की मूर्ति बना सकते है.
इसे बनाने के लिए आपको कप, सीज़र्स, ब्लैक & रेड स्केचेस, ग्लू, पेन्सिल, गोल्ड पेपर, गले पेपर कोई भी दो कलर की जरूरत पड़ेगी. इसे बनाने के लिए गणेशा जी सारे बॉडी पार्ट्स कलर पेपर पर ड्रा कर ले. इसके बाद इसे सिजर्स से काट ले. इसे ब्लैक और रेड स्केचेस से उसको उभारे. इसके बाद कप पर कलर पेपर चिपकाएं, इसके ऊपर सफाई से गणेशा की आंख, नाक, कान बनाएं. इसके बाद बॉडी पार्ट्स को ग्लू से चिपका दे.
पीपल की पत्तियों से गणेशा बनाने के लिए साफ-सुथरी, बिना कटी-फ़टी हरी पीपल की पत्तियां लेकर उसे चमकीले या गेलिस्टर पेपर पर रख कर गणपति के शेप में चिपका कर बना सकते है. चाहे तो घर में रखी हुई वेस्ट CD से भी गणेशा जी तैयार कर सकते है.
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