दिल्ली : दिल्ली के घोड़ों में फैल रही है एक घातक बीमारी, जिसकी वजह से कई घोड़ों को अपनी जान गवानी पड़ी है. इस बीमारी को लेकर कहा जा रहा है कि ये बीमारी इतनी खतरनाक है कि इंसान को भी अपनी चपेट में ले सकती है इस बीमारी का नाम ग्लेंडर्स है. इसकी चपेट में आए सात घोड़ों को पशुपालन विभाग ने बेहोशी की दवा देकर मार दिया है. इसको लेकर ये बताया जा रहा है कि यदि राजधानी में किसी अन्य घोड़े में भी यह लक्षण दिखा तो उसे भी मार दिया जाएगा.
आपको बता दें कि दिल्ली में एक खतरनाक वायरस घोड़ों को लग रहा है यदि इस वायरस को रोका नहीं गया तो वे इंसानों को भी लग सकता है इस वायरस को लेकर विशेषज्ञों का कहना है कि यह इंफेक्शन इंसानों के लिए भी बेहद खतरनाक है. इसके इंसानों में भी फैलने का डर है. इसी वजह से सरकार ने पशुपालन विभाग को घोड़ों को मारने का आदेश दिया है.
दिल्ली में राजा गार्डन स्थित पशुपालन केंद्र ने कुछ समय पहले घोड़ों के 13 सैंपल जांच के लिए हिसार स्थित राष्ट्रीय अश्व अनुसंधान केंद्र (एनआरसीआई) भेजे थे. यहां 13 में से 7 सैंपल पॉजिटिव पाए गए थे, जिन्हें पशुपालन विभाग ने बेहोशी की दवा देकर मार दिया. इस बारे में वेटेरनरी डायरेक्टर डॉ. जितेंद्र गौड़ का कहना है कि यह संक्रमण बहुत तेजी से फैलता है और इसके इलाज की प्रक्रिया लंबी है.
गौरतलब है कि ग्लेंडर्स पशुओं और इंसानों एक संक्रामक रोग है. इस बीमारी के बैक्टेरिया सेल में प्रवेश कर जाते हैं. इलाज से भी यह पूरी तरह नहीं मरते हैं. ऐसे में दूसरे जानवर और इंसान भी इससे संक्रमित हो जाते हैं. यह बीमारी ऑक्सीजन के जरिये फैलती है. शरीर की गांठों में संक्रमण होने के कारण घोड़ा उठ नहीं पाता है और बाद में उसकी मृत्यु हो जाती है. गांठों-ग्रंथियों को प्रभावित करने के कारण इसे ग्लेंडर बरखेलडेरिया मैलाई कहा जाता है.
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