मानसून का मौसम बहुत से लोगों को पसंद आता है, लेकिन इस सीजन में सेहत और स्किन पर ध्यान देना बहुत जरूरी हो जाता है। बारिश के मौसम में कई स्किन प्रॉब्लम्स हो सकती हैं, जैसे कि इंफेक्शन और पिंपल्स। अगर मानसून में स्किन की सही देखभाल न की जाए, तो ये समस्याएं बढ़ सकती हैं। आइए जानते हैं इस मौसम में पिंपल्स क्यों होते हैं और उनसे कैसे बचा जा सकता है।
मानसून में कई कारणों से पिंपल्स की समस्या बढ़ जाती है:
आपको अपने चेहरे को दिन में दो से तीन बार साफ करना चाहिए। धूल-मिट्टी और ऑयल को हटाने के लिए केवल पानी से भी फेस वॉश कर सकते हैं। इससे बैक्टीरिया दूर रहेंगे और पिंपल्स की समस्या कम होगी।
फेस स्टीमिंग से स्किन के पोर्स खुलते हैं और डेड स्किन सेल्स हटते हैं। इससे ब्लड सर्कुलेशन भी बेहतर होता है, जिससे चेहरे पर निखार आ सकता है। लेकिन ज्यादा स्टीम लेने से बचें, क्योंकि इससे स्किन ड्राई हो सकती है।
स्किन को हेल्दी और ग्लोइंग बनाए रखने के लिए हाइड्रेशन बेहद जरूरी है। रोजाना 2 से 3 लीटर पानी पिएं, ताकि स्किन को अंदर से हाइड्रेट किया जा सके और पिंपल्स कम हो सकें।
एक्सफोलिएटिंग यानी स्क्रब करने से स्किन साफ होती है और बैक्टीरिया और मुंहासों का कारण बनने वाले तत्व हट जाते हैं। हफ्ते में दो बार स्क्रब का इस्तेमाल करें, लेकिन ज्यादा न करें, ताकि स्किन को नुकसान न पहुंचे।
चेहरे पर हाथ लगाने से पहले हमेशा हाथ धोएं। इससे बैक्टीरिया का फैलाव कम होता है। पिंपल्स को बार-बार छूने से ये और फैल सकते हैं।
अपनी स्किन टाइप के अनुसार फेस पैक चुनें और स्क्रब के बाद उसका इस्तेमाल करें। इससे स्किन हेल्दी और सॉफ्ट बनी रहती है।
मानसून में अपनी डाइट का खास ख्याल रखें। जंक फूड और तला-भुना खाने से पिंपल्स की समस्या बढ़ सकती है। इसलिए हेल्दी और न्यूट्रिशन से भरपूर खाना खाएं। इन आसान टिप्स को अपनाकर आप मानसून के मौसम में पिंपल्स और स्किन प्रॉब्लम्स से बच सकते हैं। सही स्किन केयर रूटीन से आपकी त्वचा स्वस्थ और खूबसूरत बनी रहेगी, और आप इस मानसून का आनंद पूरी तरह से उठा सकेंगे।
तीसरा मेडल हासिल करने से चूकीं मनु भाकर, लेकिन फिर भी रच दिया इतिहास
मनु भाकर ने पेरिस ओलिंपिक शूटिंग के फाइनल में किया प्रवेश, कल एक और मेडल की उम्मीद
कैंसर से जंग हारे टीम इंडिया के पूर्व कोच अंशुमान गायकवाड़, BCCI ने जताया शोक