युद्ध की मार झेल रहे यूक्रेन में कैसे 'शान्ति का केंद्र' बना आर्ट ऑफ़ लिविंग
युद्ध की मार झेल रहे यूक्रेन में कैसे 'शान्ति का केंद्र' बना आर्ट ऑफ़ लिविंग
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नई दिल्ली: बीते दो माह से रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध के थमने का सिलसिला फिलहाल नजर नहीं आ रहा है। जहां रूस कई दौर की वार्ता के बावजूद भी रुकने को तैयार नही है, अमरीका समेत कई देशों की मदद पाने वाला यूक्रेन भी पीछे हटता नजर नहीं आ रहा है। यूक्रेन में इस युद्ध के गंभीर नतीजे देखने को मिले हैं और तबाही का मंजर आसानी से देखा जा सकता है। जिंदगी और मौत के खौफ के बीच जिंदा रहने की चाह रखने वाले यूक्रेन के लोग अलग-अलग ढंग से खुद को मजबूत बनाने में जुटे हुए हैं। इस कड़ी में यूक्रेन में बना आर्ट ऑफ लिविंग का केंद्र तमाम लोगों को शांति देने का स्थान बना हुआ है। 

 

दरअसल, रूसी हमले के बाद से यूक्रेन में इमारतें खंडहरों में तब्दील हो चुकी हैं। जगह-जगह रोते-बिलखते, परिजनों से बिछड़े और अपना सबकुछ खो चुके लोग भटकते देखे जा सकते हैं। लेकिन, इंसान तो वही है जो तमाम मुश्किल हालात का सामना करने और अपनों को खोने के बाद भी खुद को टूटने-बिखरने ना दे और अपना हौसला ना खोए। इसके लिए तमाम ऐसे लोग हैं जो खुद को मजबूती देने के लिए मन-मस्तिष्क को शांत रखने की कोशिशों में जुटे हुए हैं और इनके लिए आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर की संस्था आर्ट ऑफ लिविंग जबर्दस्त प्रयास कर रही है। 

स्वदेशी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म कू ऐप के जरिये श्री श्री रविशंकर ने यूक्रेन में युद्ध से परेशान लोगों के लिए अपने एक केंद्र की तस्वीर शेयर करते हुए इसके बारे में जानकारी दी, “यूक्रेन के क्रामटोर्स्क में यह @ArtOfLiving ध्यान केंद्र कुछ साल पहले बनाया गया था, यह अब राहत और सुकून का स्थान है।#IStandForPeace”

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