होली का त्यौहार हर वर्ष मनाया जाता है और इसे बहुत खूबसूरत अंदाज में मनाते हैं. होली का त्यौहार इस बार भी बड़े उल्लास के साथ मनाया जाने वाला है. इस बार होली 20 मार्च को दहन किया जाएगा और 21 मार्च को रंग खेला जाएगा. ऐसे में होली के पहले ही सभी लोग अपने दोस्तों को शायरियां और कविताएं भेजते हैं. ऐसे में आज हम आपको बताने कुछ ऐसे गीत जो आप अपने चाहने वालों को भेज सकते हैं.
होली के गीत -
1) कल कहाँ थे कन्हाई हमें रात नींद न आई
आओ -आओ कन्हाई न बातें बनाओ
कल कहाँ थे कन्हाई हमें रात नींद न आई
एजी अपनी जली कुछ कह बैठूँगी,
सास सुनेगी रिसाई हमें नींद न आई.
एजी तुमरी तो रैन -रैन से गुजरी,
कुवजा से आँख लगाई हमें रात नींद न आई.
एजी चोया चंदन और आरती,
मोति न मांग भराई हमें रात नींद न आई.
कल थे कहाँ कन्हाई हमें रात नींद न आई,
आओ -आओ कन्हाई न बातें बनाओ,
कल थे कहाँ कन्हाई हमें रात नींद न आई,.
2) होली में ला दो गुलाल मेरा जिया न माने रे,
खाने को ला दो पूरी कचौरी चखने को लादो कवाब,
मेरा जिया न माने रे.
पीने को लादो लैमन बोतल चखने को लादो शराब
मेरा जिया न माने रे.
बजानो को लादो तबला सारंगी गढ़ने को लादो किताब,
मेरा जिया न माने रे.
बैठने को लादो चौकी कुर्सी लिखने को लादो किताब,
मेरा जिया न माने रे.
रंगने को लादो पुड़िया बसंती मलने को ला दो गुलाल,
मेरा जिया न माने रे.
3) अरी भागो री भागो री गोरी भागो,
रंग लायो नन्द को लाल.
बाके कमर में बंसी लटक रही
और मोर मुकुटिया चमक रही
संग लायो ढेर गुलाल,
अरी भागो री भागो री गोरी भागो,
रंग लायो नन्द को लाल.
इक हाथ पकड़ लई पिचकारी
सूरत कर लै पियरी कारी
इक हाथ में अबीर गुलाल
अरी भागो री भागो री गोरी भागो,
रंग लायो नन्द को लाल.
भर भर मारैगो रंग पिचकारी
चून कारैगो अगिया कारी
गोरे गालन मलैगो गुलाल
अरी भागो री भागो री गोरी भागो,
रंग लायो नन्द को लाल.
यह पल आई मोहन टोरी
और घेर लई राधा गोरी
होरी खेलै करैं छेड़ छाड़
अरी भागो री भागो री गोरी भागो,
रंग लायो नन्द को लाल.
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