आगरा/उत्तरप्रदेश : हाल ही में अमेरिका की एक संस्थान द्वारा केंद्र सरकार को धर्मपरिवर्तन आदि मामलों को लेकर आगाह करवाया गया था। मगर देश में इस बारे में कहा जा रहा है कि संस्था द्वारा विशेष धर्म द्वारा धर्म परिवर्तन की बात कर अपनी रिपोर्ट को एकतरफा बनाया गया है वहीं कुछ का मानना है कि यह देश का अंदरूनी मामला है, इन सभी बातों के बीच एक बार फिर देश के उत्तरप्रदेश में धर्मांतरण का मामला सामने आया है। यहां मुस्लिम से हिंदू बने करीब 17 लोगों को फिर से मुस्लिम धर्म में परिवर्तित करवाया गया है, मिली जानकारी के अनुसार उत्तप्रदेश के आगरा के समीप इन लोगों को फिर से मुस्लिम धर्म में लिया गया है।
हालांकि अभी यह साफ नहीं हुआ है कि इन्हें किसी तरह का प्रलोभन दिया गया है या इन्हें किसी दबाव का सामना करना पड़ा है। धर्म परिवर्तन करने वालों में रहमत 70 वर्ष, रवि उर्फ मोहम्मद आरिफ, पत्नी नफीसा, मुन्ना उर्फ अली मोहम्मद और पत्नी साजिया, राजू उर्फ शौकत और पत्नी सलमा, लियाकत और उनके बच्चे शामिल हैं। इस्लाम अपनाने के बाद सभी को दुबारा निकाह भी करना पड़ा है। इनका धर्म परिवर्तन करने के लिए शहर मुफ्ती अहले सुन्नत मुदरिर्सर खान कादरी और तंजीम उलेमा अहले सुन्नत के पदाधिकारी इस्लामुद्दीन कादरी ने विधि संपन्न करवाई और शादी समारोह में कलमा पढ़वाया, धर्म परिवर्तन करने को लेकर रहमत ने बताया कि बेटों ने दबाव डाला था और उनका समय खराब था इसलिए हिंदू बन गए। परिवार को बेदखल होने का खतरा महसूस होने लगा।
इसी के बाद लव शुक्ला ने कहा था कि धर्म परिवर्तन कर लो और जमीन मिल जाएगी मगर ऐसा नहीं हुआ। नट परिवार के अइन सदस्यों को धर्म परिवर्तन करने और हिंदू बनने के बाद मुस्लिमों ने समारोहों में बुलाना बंद कर दिया। जब ये लोग रसुलपुर गांव में एक शादी समारोह में पहुंचे तो वहां लोगो ने उनसे इस्लाम धर्म कबूल करने का निवेदन किया। जिसके बाद पूरे परिवार ने दुबारा मुस्लिम बनने का फैसला किया, इस्लाम धर्म में वापस आने के बाद अब इस परिवार को लेकर पंचायत बुलाई जा रही है। नट बिरादरी की इस पंचायत में उन्हें नट बिरादरी में शामिल करने को मनाया जाएगा। उन्हें उम्मीद है कि पंचायत में समाज के सभी गिले शिकवे दूर हो जाऐंगे।
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