बेरुत: इजरायली हमलों के बढ़ते दबाव के बीच लेबनान का आतंकवादी गुट हिजबुल्लाह अब सरेंडर के संकेत दे रहा है। हिजबुल्लाह के नए नेता नईम कासिम ने बुधवार को इस बात के संकेत दिए कि यदि उचित प्रस्ताव मिलता है तो वे शर्तों के आधार पर युद्ध विराम के लिए तैयार हो सकते हैं। कासिम, जो पिछले महीने हसन नसरल्लाह की हत्या के बाद हिजबुल्लाह का नेतृत्व कर रहे हैं, ने कहा कि संगठन इजरायली सैन्य कार्रवाइयों का प्रतिरोध करने के लिए तैयार है। हालांकि, उन्होंने इस संभावना को भी स्वीकार किया कि यदि इजरायल विश्वसनीय प्रस्ताव लेकर आता है, तो बातचीत के माध्यम से युद्ध विराम संभव है।
अल-जदीद को दिए एक साक्षात्कार में कासिम ने कहा कि यदि इजरायल आक्रमण रोकना चाहता है, तो वे इसे स्वीकार कर सकते हैं, लेकिन इसके लिए इजरायल को हिजबुल्लाह की शर्तों पर सहमत होना होगा। इजरायली बलों ने हिजबुल्लाह के गढ़ माने जाने वाले पूर्वी शहर बालबेक पर हमले तेज कर दिए हैं। इन हमलों में हाल ही में हिजबुल्लाह के एक वरिष्ठ कमांडर की मौत भी हुई, और लेबनान के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, बालबेक में अब तक कम से कम 19 लोग मारे गए हैं। सितंबर से शुरू हुए इस संघर्ष में अब तक लेबनान में करीब 1,754 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं।
लेबनान के प्रधानमंत्री नजीब मिकाती ने भी युद्ध विराम की संभावना को लेकर उम्मीद जताई है। इससे पहले, अमेरिकी दूत अमोस होचस्टीन ने कहा था कि आगामी 5 नवंबर के अमेरिकी चुनावों से पहले कोई समझौता हो सकता है। वहीं, इजरायली ऊर्जा मंत्री एली कोहेन ने भी सुरक्षा कैबिनेट में संभावित युद्ध विराम शर्तों पर चल रही चर्चाओं की पुष्टि की है। इजरायल संभवतः युद्ध विराम के लिए हिजबुल्लाह से सीमा के पास के क्षेत्रों से पीछे हटने की शर्त रख सकता है।
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