जैसा की सब जानते है कि काढ़े से बहुत से समस्या दूर हो जाती है और हर घर मे काढ़ा देना ज्यादा पसंद किया जाता है दवाइयों के बजाए। आयुर्वेदिक का काढ़ा बहुत फायदेमंद होता है और इससे कोई भी नुकसान नहीं होता हैं। ख़ासी हो या सर्दी इसमे लोग काढ़ा ही पीना पसंद करते है क्योंकि इससे जल्द आराम मिल जाता है और दवाइयों का भी सेवन नहीं करना पढ़ता है। ज्यादा दवाइयों के सेवन से कई लोगो को प्रोब्लेम भी होती है तो बेहतर होगा की आयुर्वेदिक काढ़े का प्रयोग करें। आइए आपको बताते है इसके फायदे
दशमूल काढ़ा
दशमूल काढ़ा पीने से कई समस्या दूर होती है जैसे कि अधिक प्यास लगना, मोतीझरा, विषम ज्वर, हृदय पीड़ा, निमोनिया का बुखार, बेहोशी, प्रसूति ज्वर, सन्निपात ज्वर, कमर का दर्द, छाती का दर्द, सिर व गर्दन का दर्द। ये सभी समस्या को दूर करने मे ये काढ़ा लाभकारी है।
महामंजिष्ठादि काढ़ा
महामंजिष्ठादि काढ़ा के प्रयोग से कई समस्या दूर की जा सकती है जैसे कि रक्त विकार रोग, सुजाक, कोढ़, फोड़े-फुंसी, खाज, चकत्ते और खुजली आदि रोगों के लिए फायदेमंद है ये काढ़ा।
महासुदर्शन काढ़ा
महासुदर्शन काढ़ा के सेवन से कई बीमारियों को से छुटकारा पा सकते है जैसे कि मलेरिया बुखार, धातु ज्वर, विषम ज्वर, जीर्ण ज्वर, आदि सभी ज्वरों के लिए लाभकारी है ये काढ़ा। यदि आपको भूख या पाचन शक्ति को बढ़ाना हो तो ये काढ़ा लाभकारी हैं। खांसी या पांडू रोगों के लिए भी लाभकारी है ये उपाए।
महारास्नादि काढ़ा
महारास्नादि काढ़ा बहुत फायदेमंद होता है। अगर आप पक्षघात, आमवात, ग्रध्रसी, संधिवात, सर्वांगवात, शोथ, गुल्म, कुब्जता, वन्ध्यत्व, अफरा, कटिग्रह, जंघा और जानु की पीड़ा या योनी रोग से परेशान है या किसी एक से भी छुटकारा चाहते है तो इस काढ़े का सेवन जरूर करे इससे आपको काफी फायदा भी मिलेगा।
इस काढ़े को भोजन करने के बाद दोनों टाइम लेना चाहिए इसे 10 - 25 मिली तक पानी मे मिलाकर लेना चाहिए।