भुवनेश्वर: बंगाल की खाड़ी के ऊपर कम दबाव का इलाके बनने से ओडिशा के ज्यादतर हिस्सों में मंगलवार को हुई भारी बरसात से आम जनजीवन प्रभावित हो गया. मौसम केंद्र अफसरों ने यह सुचना दी. मौसम केंद्र ने यहां बताया है कि सोमवार को बंगाल की खाड़ी के ऊपर कम दबाव का इलाके बन गया,जिसके वजह से प्रदेश के कई भागों में भारी से बहुत भारी बरसात हुई. ओडिशा में अगले 3 दिनों तक भारी से बहुत भारी बरसात होने के अलावा तटीय इलाकों में 55 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवा चलने की संभावना जताई जा रही है. इस माह बंगाल की खाड़ी के ऊपर 5वीं बार कम दबाव का इलाके बन रहा है. इससे पहले 4, 9, 13 और 19 अगस्त को भी कम दबाव का इलाके बना था, जिसके वजह से प्रदेश के कई भागों में भारी बरसात हुई थी और बीते हफ्ते मलकानगिरी समेत कई क्षेत्र में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए थे.
कम दबाव वाले इलाके के प्रभाव के वजह से बालासोर, भद्रक, जगतसिंहपुर, केंद्रपाड़ा, जाजपुर, कटक, खुर्दा, कटक और ढेंकनाल डिस्ट्रिक्स में कई जगहों पर सोमवार रात्रि से ही बरसात हो रही है. अफसरों ने बोला कि कुछ निचले क्षेत्र में जल जमाव भी देखा गया. प्रदेश की राजधानी भुवनेश्वर और पड़ोसी डिस्ट्रिक्ट कटक में भी बरसात हुई, जिससे आम जीवन और लोगों की आवाजाही प्रभावित हो रही है . विशेष राहत आयुक्त पी के जेना ने बताया कि जिला अफसरों सतर्क रहने का निर्देश दे दिया गया है. हालांकि, प्रदेश सरकार ने फिलहाल बाढ़ के किसी भी खतरे से मना किया है.
जल संसाधन डिपार्टमेंट के मुख्य अभियंता ज्योतिर्मय रथ ने बोला कि स्वर्णरेखा, बुधाबलंगा, ब्राह्मणी, बैतरणी, महानदी और कथाजोड़ी सहित सभी प्रमुख नदियां खतरे के निशान से बेहद नीचे बह रही हैं और बाढ़ का कोई खतरा नहीं है. उन्होंने बोला कि सिर्फ बालासोर डिस्ट्रिक्ट के मथानी में जलका नदी का जलस्तर खतरे के निशान के पार पहुंच गया.
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