भोपाल: मध्य प्रदेश में लगातार हो रही भारी बारिश से ज्यादातर इलाकों में इसका व्यापक असर देखा जा रहा है। शुक्रवार को बालाघाट, डिंडोरी, मंडला, धार, झाबुआ, जबलपुर, उज्जैन, देवास और सीहोर समेत 29 जिलों में भारी बारिश हुई, जिससे कई जगहों पर बाढ़ जैसी स्थिति बन गई है। भोपाल, इंदौर और खरगोन जैसे जिलों में हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई, जबकि नीमच, रतलाम, मंदसौर और झाबुआ में हल्की बाढ़ की स्थिति भी सामने आई। मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों में भी कई जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।
मौसम वैज्ञानिक डॉ. अभिजीत चक्रवर्ती ने बताया कि उज्जैन संभाग के धार, झाबुआ, उज्जैन, रतलाम, मंदसौर, नीमच, आगर-मालवा, श्योपुर, छिंदवाड़ा, नरसिंहपुर, सिवनी, बालाघाट, मंडला, डिंडोरी और उमरिया समेत कुल 15 जिलों में यलो अलर्ट जारी किया गया है। इंदौर, ग्वालियर, सिंगरोली, खरगोन, भिंड, और नर्मदापुरम समेत 26 जिलों में गरज-चमक के साथ बारिश हो सकती है। भोपाल और आसपास के क्षेत्रों में बादल छाए रहेंगे और गरज-चमक के साथ बारिश की संभावना है। भोपाल का अधिकतम तापमान 31 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 23 डिग्री सेल्सियस के आस-पास रहेगा। पिछले 24 घंटों में राज्य में सबसे अधिक तापमान 34.9 डिग्री सेल्सियस पृथ्वीपुर (निवाड़ी) में और सबसे कम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस पचमढ़ी (नर्मदापुरम) में दर्ज किया गया।
रविवार, 8 सितंबर को अलीराजपुर, रतलाम, झाबुआ, अनूपपुर, शहडोल, सतना, रीवा, सीधी, और मऊगंज में भारी बारिश की संभावना है। खंडवा, हरदा, देवास, सीहोर, शाजापुर, राजगढ़, आगर-मालवा और नरसिंहपुर में तेज धूप के साथ मौसम साफ रह सकता है। अन्य जिलों में हल्की बारिश और गरज-चमक होने की संभावना है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, उत्तरी बंगाल की खाड़ी के ऊपर बने निम्न दबाव क्षेत्र से 9 सितंबर तक यह प्रणाली उत्तरी ओडिशा और बांग्लादेश के तट के पास पहुंच सकती है, जिससे मध्य प्रदेश और आसपास के क्षेत्रों में मानसून की गतिविधियां तेज हो गई हैं। बीकानेर से बंगाल की खाड़ी तक फैले एक टर्फ के कारण आने वाले दिनों में और बारिश हो सकती है।
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