जम्मू में कोरोना संकट के बीच बारिश ने ढाया कहर, बिरमा पुल हुआ क्षतिग्रस्त
जम्मू में कोरोना संकट के बीच बारिश ने ढाया कहर, बिरमा पुल हुआ क्षतिग्रस्त
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जम्मू: एक तरफ लगातार बढ़ रहा कोरोना जैसी खतरनाक बीमारियों का खौफ तो वहीं दूसरी और जम्मू के कई हिस्सों में आज सुबह से ही बारिश ने हाहाकार मचा रखा है. जंहा उधमपुर में तेज बारिश के दौरान पुराने राजमार्ग पर बिरमा पुल बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है. इतना ही नहीं पुल के क्षतिग्रस्त होने से यातायात प्रभावित हुआ है. लगातार बारिश के चलते लोगों को काफी मुश्किल और कठनाई का सामना करना पड़ रहा है.  ऐसे में सूत्रों का कहना है कि बीते शुक्रवार को पुंछ जिले के डींगल गांव में देर शाम बादल फटने के कारण इतना भारी नुकसान हुआ है. इस दौरान एक कार, ट्रैक्टर व पांच मोटर साइकिलें बह गईं. 

जबकि लगभग 70 कनाल जमीन पर लगी धान की फसल भी बर्बाद होने के साथ पानी में बह भी गई है, तो वहीं गांव में बहने वाले नाले में पानी का तेज बहाव आने से सड़क का भी कुछ हिस्सा बह गया और कई घरों में भी पानी भर गया. जिसके कारण लोगों का काफी कुछ बर्बाद हो गया है. फिलहाल किसी प्रकार के जान की नुकसान की सूचना नहीं है. ग्रामीणों के अनुसार शुक्रवार शाम साढ़े पांच बजे अचानक बारिश शुरू हो गई और कुछ ही पलों बाद जोरदार धमाका हुआ. उसके साथ ही गांव के नाले में बाढ़ आ गई. ऐसा लग रहा था कि यह नाला न होकर कोई बड़ा दरिया हो, जिसकी लहरें सात आठ फुट ऊंची उठ रही थीं. ऐसा लग रहा था मानों नाले का पानी सब कुछ बहा ले जाएगा. पानी के उछाल ने काफी भयानक रूप ले रखा था. इससे पहले कि हम लोगों को कुछ समझ आता नाले में आई बाढ़ किनारे तोड़ते हुए काफी दूर खड़ी एक मारूति  कार, एक ट्रैक्टर व पांच मोटर साइकिलों को बहा ले गई. कई वाहन क्षतिग्रस्त भी हो गए. 

दो किलोमीटर दूर बह गई कार: वहीं इस बात का पता चला है कि कार के मालिक ने बताया कि मैं अपनी कार नाले से पचास मीटर दूर खड़ी करके दोस्त के मकान में जाकर बैठा ही था कि बादल फट गया और कार नाले में बहती दो किलोमीटर दूर चली गई. कार पूरी तरह तबाह हो गई है. वहीं कबीर हुसैन, नजीर अहमद, मोहम्मद बशीर आदि जिन लोगों के घरों में पानी घुस गया. 

बच्चे घर में थे इसलिए सुरक्षित बच गए: उन्होंने बताया कि वर्ष 2014 में जब क्षेत्र में बाढ़ आई थी तो हमने जिला प्रशासन से बांध लगाने की मांग की थी, परंतु उसके बाद आज तक कोई भी यहां नहीं आया है. इसके कारण आज हमारा इतना नुकसान हो गया. शुक्र है कि हमारे बच्चे बच गए जो बाढ़ के समय घरों में ही मौजूद थे. उधर बाढ़ का पानी उतरने के साथ ही बड़ी संख्या में लोग घरों से निकले और बाढ़ में बह गए वाहनों की तलाश में जुट गए. जहां उन्होंने एक मोटरसाइकिल को सही हालत में तो एक को बुरी तरह क्षतिग्रस्त हालत में नाले से निकाला.

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