जलालाबाद : देश के कई राज्यों में सूरज के थपेड़ों ने हाहाकार मचा रखा है। पूरे मालवा क्षेत्र में पारा 40 के पार पहुंच चुका है। मई में ही पारा 40 के पार पहुंचने से हर वर्ग परेशान है। गर्मी का असर फसलों पर भी पड़ रहा है और बाजार भी मंदी की समस्या से जूझ रहे है।
फिलहाल बाजार में केवल ठंडे पदार्थो की ही दुकानों पर भीड़ देखने को मिल रही है। धधकती लू में बेजुबान जानवरों को सबसे अधिक परेशानी हो रही है, उन्हें पीने का पानी तक उपलब्ध नहीं हो पा रहा है। इस बेरहम गर्मी पर डाक्टर विजय छाबड़ा का कहना है कि लू लगने के कारण शरीर का बढ़ता तापमान बीमारियों का कारण बनता है।
शरीर का तापमान औसत तौर पर 37 डिग्री के आसपास रहता है। यदि शरीर का तापमान 41 डिग्री तक पहुंच जाए तो इसके साथ हाईपर्थायरिया फीवर होने की संभावना बढ़ जाती है, जिसके कारण डीहाइड्रेशन होने से शरीर में पानी की कमी हो जाती है।
डाक्टरों ने गर्मी में शरीर का तापमान बनाए रखने के लिए तरल पदार्थों का ज्यादा सेवन करने की सलाह दी है। धूप में निकलने से पहले कुछ तरल जैसे नींबू पानी, लस्सी व दूध का सेवन करके निकलना चाहिए। बच्चों में डायरिया के लक्षण दिखने पर उन्हें ओआरएस का घोल पिलाना चाहिए। बाजार के कटे फलों को खाने से बचना चाहिए और पानी हमेशा उबालकर पीनी चाहिए।