style="text-align: justify;">कहा जाता है कि सर्दियों में लोगों को अधिक भूख लगती है। जी हां, यह बात सही भी है क्योंकि सर्दियों में लोगों का पाचन तंत्र अधिक सक्रिय हो जाता है। प्राकृतिक तौर पर ठंड का मौसम स्वास्थ्य के लिए बेहद अच्छा माना गया है। इस मौसम में यदि हम प्रकृति के अनुकूल रहते हैं तो हमें उत्तम स्वास्थ्य और अच्छा पाचन खुद ब खुद मिल जाता है।
यहां कुछ ऐसे बेहतर उपाय हैं जो पाचन को उत्तम बनाते हैं।
घी - तेल को करें शामिल - दरअसल घी - तेल से बने भोज्य पदार्थों को अपने भोजन में शामिल करने से यह आमाशय में अधिक देर तक नहीं रहेगा। शीत ऋतु में जठराग्नि अधिक होती है।
पीऐं हर्बल चाय: यू तो चाय में भी कुछ गुणकारी तत्व होते हैं। मगर जरूरत से ज्यादा चाय का सेवन नुकसानदायक हो सकता है। चाय की बजाय तुलसी, काली मिर्च, लौंग, अदरक और गुड़ मिलाकर बनाए गए पेय का सेवन करने से यह पेय नाक, कान और गले के लिए सुरक्षा कवच का काम करता है।
खट्टा न खाऐं - सर्द मौसम में अधिक खट्टा खाने से यह कफ और वात को बढ़ाता है। यह शरीर को रूखेपन से भी बचाता है।
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पेट न रखें खाली - दरअसल शीत ऋतु में बराबर कुछ सेवन करते रहें, खाली पेट न रहें, नही तो जठराग्नि पेट में अल्सर को बढ़ा सकती है।
बासी न खाऐं - कुछ लोगों को बासी खाना खाने की आदत होती है। बासी भोज्य पदार्थों का सेवन न करें, इसके अलावा बहुत अधिक ठंडा पानी न पिऐं।
नंगे - पांव न टहलें - दरअसल नंगे पांव बाहर न टहलें क्योंकि जमीन की ठंडक पैरों में सायटिका का दर्द और सिर के क्षेत्र में पहुंचकर सर्दी - जुकाम पैदा करती है।
नहाने में रखें सावधानी
आमतौर पर कहा जाता है कि आप यदि सर्दियों में ठंडे पानी से स्नान करेंगे तो आपको ठंड नहीं लगेगी मगर यदि आपको जोड़ों का दर्द, उच्च रक्तचाप, लकवा, दमा और हृदय रोग है तो आप पीने और स्नान करने के लिए ठंडे पानी का प्रयोग न करें।