आमतौर पर ब्लोटिंग को डाइजेशन प्रॉब्लम के तौर पर देखा जाता है। 15 से 30 प्रतिशत मामलों में ब्लोटिंग होने पर बेचैनी भी महसूस होती हैं। आइए जानते हैं कि खानपान की कौन सी आदतों की वजह से ब्लोटिंग की प्रॉब्लम होती है-
खाते समय अन्य चीजों पर ध्यान देना :अक्सर महिलाओं टीवी देखते-देखते या फिर स्मार्टफोन पर काम करते-करते खाना खाती हैं। शायद आपको हैरानी हो, लेकिन आपकी यह आदत भी आपके डाइजेशन पर बुरा असर डालती है। डायजेशन की सेफेलिक स्टेज दिमाग से शुरू होती है और खाने के पेट तक पहुंचने से पहले ही यह प्रक्रिया शुरू हो जाती है। अगर हमारा ध्यान खाने में नहीं होता तो सेलेफिक फेज शुरू नहीं हो पाता। इस वजह से ब्लॉटिंग की प्रॉल्बम हो सकती है। ऐसे में ध्यान दें कि खाना खाते हुए टीवी या कंप्यूटर या अन्य गैजेट्स को दूर रख दें।
पानी पीने का सही समय : अक्सर बहुत सी महिलाएं खाना खाते हुए पानी पी लेती हैं। इससे भी ब्लोटिंग की प्रॉब्लम बढ़ जाती है। दिन भर शरीर को भली प्रकार से हाइड्रेटेड रखना जरूरी है, लेकिन खाना के दौरान पानी पीने से प्रॉब्लम बढ़ती है, फिर चाहें आप खाना खाते हुए ज्यादा पानी पिएं या फिर खाना खाने के ऐन पहले और बाद में। जरूरत से ज्यादा पानी पेट में जाने से खाना पचाने वाले एसिड डायल्यूट हो जाते हैं, जिससे खाना ठीक तरीके से पच नहीं पाता। दरअसल स्टमक एसिड खाने पचाने और पैथोजेनिक माइक्रोब्स को मारने के काम आता है। स्टमक एसिड की मात्रा कम होने से खाना ज्यादा लंबे समय तक पेट में रहता है और इससे पेट बाहर निकला हुआ दिखाई देता है। इन वजहों को जानने के बाद आप आसानी से इन पर ध्यान दे सकती हैं और इन्हें दूर कर ब्लोटिंग की समस्या से छुटकारा पा सकती हैं।
जल्दी जल्दी खाना खाना:अक्सर हम किसी काम के लिए देरी होने पर खाना जल्दी में खाते हैं। यह आदत आपके डाइजेशन सिस्टम के लिए बिल्कुल भी सही नहीं है। दरअसल जल्दी-जल्दी खाना खाने पर शरीर में ज्यादा हवा चली जाती है और इसी वजह से खाना खाने के कुछ देर बाद गैस और इनडाइजेशन की प्रॉब्लम हो सकती है। ऐसे में ध्यान रखें कि खाने को स्वभाविक तरीके से और अच्छी तरह से चबाकर खाएं।
चबाना: हमें बचपन से सिखाया जाता है कि खाने को अच्छी तरह चबा कर खाएं। आमतौर पर खाने को कम से कम 30 बार चबाने की सलाह दी जाती है। भले ही आप खाते समय गिनती ना करें, लेकिन आपको यह सुनिश्चित करना चाहिए कि आप खाना अच्छी तरह से चबाकर खा रही हैं। ठीक तरह से चबाने से खाना आसानी से पच जाता है और हमारे डाइजेस्टिव सिस्टम पर अतिरिक्त भार नहीं पड़ता।
पानी न पीना :शरीर में अगर पानी की कमी हो तो कब्ज की समस्या हो सकती है और यह भी ब्लोटिंग से कनेक्टेड है। हमें दिनभर में कम से कम 8-10 गिलास पानी पीने की जरूरत होती है। इससे स्टूल सॉफ्ट होता हैं और अगले दिन फ्रेश होने में समस्या नहीं आती। इसके साथ ही नियमित रूप से एक्सरसाइज करना भी जरूरी है।
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