रोहतक : हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने राज्य में अन्य पिछड़ा वर्ग को दिए जाने वाले 27 प्रतिशत आरक्षण में कटौती करने साफ इंकार किया है। उन्होने कहा है कि जाटों को एक अलग प्रावधान के तहत आरक्षण दिया जाएगा। मुख्यमंत्री जैसे ही रोहतक पहुंचे उनकी सरकारी सवारी को गुस्साए लोगों ने घेर लिया।
हरियाणा की पुलिस भी उस हिंसक परिस्थिति से निपटने में नाकाम दिखी, तो पुलिस की इस नाकामी को देखते हुए भीड़ ने हरियाणा पुलिस मुर्दाबाद के नारे लगाने शुरु कर दिए। खट्टर ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के एक करीबी सहयोगी सं संबंधित ऑडियो टेप के मामले में कहा कि जल्द ही इसकी जांच की जाएगी।
खट्टर ने यह भी कहा कि किसी भी राजनीतिक दल या संगठन से संलिप्तता पाए जाने पर उसे बख्शा नहीं जाएगा। सीएम ने हिंसक घटनाओं और आगजनी को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए लोगों से कहा कि शांति और सब्र बनाए रखें। बीजेपी निहित सरकार के मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार पूरी जानकारी एकत्रित करने के बाद ही लोगों को हुए नुकसान का आकलन कर पाएगी।
जांच के बाद मारे गए निर्दोषों के परिवार वालों को 10-10 लाख रुपए की अनुग्रह राशि दी जाएगी। इसके अलावा सरकार मृतकों को परिवार के किसी एक सदस्य को सरकारी नौकरी भी देगी।