चंडीगढ़। आखिरकार भाजपानीत सरकार ने श्रीमद्भगवत गीता को विद्यालयीन पाठ्यक्रम में शामिल करने का निर्णय ले ही लिया। दरअसल हरियाणा सरकार ने निर्णय लिया है कि वह हरियाणा के शासकीय विद्यालयों में श्रीमद् भगवत गीता का अध्ययन करवाएगी। यह गीता इन स्कूलों में कक्षा 1 ली से कक्षा 5 वीं तक कहानियों के तौर पर और फिर कक्षा 6 टी से कक्षा 12 वीं तक श्लोक के तौर पर पाठ्यक्रम में शामिल की जाएगी।
सरकार द्वारा कहा गया है कि वह महाविद्यालय स्तर पर गीता का अध्ययन करवाने की योजना तैयार कर चुकी है लेकिन अभी तक किसी तरह का ठोस कदम नहीं उठाया गया है। श्रीमद् भगवत गीता श्लोक के तौर पर पाठ्यक्रम में सम्मिलित होगी। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की पृष्ठभूमि के दीनानाथ बतरा के हरियाणा दौरे के बाद श्रीमद्भगवत् गीता को विद्यालयीन पाठ्यक्रम शुमार करवाने को लेकर प्रयास किया जा रहा है।
मामले में यह कहा गया है कि इस मसले पर शिक्षा विभाग और एससीईआरटी के अधिकारियों के बीच इस अध्ययन के तरीकों को लेकर चर्चा होगी। जिसके बाद इनकी छपाई इस माह के अंत तक कर दी जाएगी। माना जा रहा है कि अगले सत्र तक सरकार गीता को पाठ्यक्रम में शामिल कर देगी।