सरकार से वार्ता विफल हुई, तो फिर होगा जाटों का आंदोलन
सरकार से वार्ता विफल हुई, तो फिर होगा जाटों का आंदोलन
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चंडीगढ़ : पिछली जाट आरक्षण के दौरान हुए आंदोलन में 20,000 करोड़ रुपए की बर्बाद हुई संपति की अब तक भरपाई भी नहीं हुई कि जाट नेताओं ने एक बार फिर से आंदोलन की धमकी दी है। शुक्रवार को हरियाणा सरकार और जाट नेताओं के बीच बातचीत होनी है।

उनका कहना है कि यदि सरकार से वार्ता विफल होती है, तो वो एक बार फिर से आंदोलन करेंगे। सरकार ने इस अल्टीमेटम को गंभीरता से लेते हुए रोहतक में सुरक्षा व्यवस्ता कड़ी कर दी है। खट्टर सरकार के वादे के अनुसार, हरियाणा विधानसभा में चल रहे बजट सत्र के दौरान जाट आरक्षण के लिए विधेयक भी पारित करवाने की बात कही गई है।

जाट नेताओं ने सरकार को उनकी मांगों पर विचार करने के लिए 72 घंटे का समय दिया था। जो कि गुरुवार को ही समाप्त हो गया। अब जाट नेताओं का कहना है कि वो शुक्रवार को हरियाणा के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक के साथ बैठक कर आगे की रणनीति पर विचार करेंगे।

उधर सरकार ने संवेदनशील जगहों पर अर्द्ध सैनिक बलों और पुलिस की तैनाती कर दी है। पिछले माह हुए आंदोलन में जहां राज्यकी रफ्तार रुक सी गई थी, तो वहीं 30 लोगों की जानें भी गई थी।

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