नईदिल्ली। अखिल भारतीय पटेल नवनिर्माण सेना के गठन की घोषणा करते हुए हार्दिक पटेल ने स्वतंत्रतौर पर सक्रिय राजनीति में आने की बात कही। उन्होंने कहा कि यदि लोगों की मंशा होगी तो वे राजनीति में जरूर आऐंगे। हार्दिक पटेल ने आईएएनएस के भेंट में कहा गया है कि जब कभी भी समय आएगा तब राजनैतिक कदमों को लेकर विचार किया जाएगा। यही नहीं इस तरह का निर्णय कहीं भी नहीं लिया जा सकता है। हार्दिक पटेल ने गुजरात में पटेलों के आरक्षण को लेकर आंदोलन तेज़ कर दिया। इस दौरान कहा गया कि मराठा, पाटीदार, गुर्जर समुदाय को एक ही बैनर के तले लाने के लिए कहा गया।
यही नहीं इस तरह का उद्देश्य किसान, मजदूर महिला और युवाओं के हित के लिए भी किया गया। उन्होंने कहा कि अपनी पार्टी में अखिलेश कटियार को महासचिव नियुक्त करेंगे। भाजपा की सहयोगी लोक समता पार्टी के सदस्यों द्वारा कहा गया कि दिल्ली में पटेल की पहली सभा आयोजित करने के बाद उन्हें लोकसमा पार्टी से हटा दिया गया।
मगर वे आरक्षण के मसले पर कुर्मियों, पाटीदारों, गुर्जरों और मराठों की रैली का आयोजन करेंगे। आरक्षण के आधार को केवल जातिगत कहा जा सकता है। यही नहीं उन्होंने यह भी कहा कि आरक्षण का आधार आर्थिक हो। तो यह बेहतर रहेगा। इससे ऐसे वर्गों को भी लाभ होगा जो कमतर हैं और आर्थिक शक्ति के अभाव में विकास से वंचित हैं।