अहमदाबाद : गुजरात में पटेलों द्वारा शासकीय सेवाओं में पदस्थापना और उच्च शिक्षण संस्थानों में भर्ती के लिए आरक्षण के प्रावधान को लेकर आंदोलन किया जा रहा है। अब आंदोलनकारी गुजरात उच्च न्यायालय की शरण में जाने की तैयारी में हैं। इस दौरान यह बात सामने आई है कि पटेलों द्वारा अपने आंदोलन का सरकार पर कोई असर न होता हुआ देखकर वे अब न्यायालय की शरण में पहुंच गए हें। मगर यह बात भी सामने आ रही है कि इन असंतुष्टों को लेकर सरकार द्वारा राज्य में आर्थिकरूप से पिछड़े हुए विद्यार्थियों के लिए विशेष पैकेज की घोषणा भी की जा सकती है।
उल्लेखनीय है कि दो दिन पहले अरवल्ली जिले के तेनपुर में सभा को आयोजित किए जाने के बाद पुलिस द्वारा हार्दिक की तलाश की जा रही थी लेकिन हार्दिक पुलिस से बचते रहे। अब हार्दिक पटेल गुजरात हाईकोर्ट में पेशी के लिए अपने वकील के साथ आज वहां पहुंच गये है। हार्दिक द्वारा न्यायालय में उनके अपहरण का मामला उठाया जा सकता है। हार्दिक ने इस मामले में दावा किया कि सरकार के कुछ लोगों ने हार्दिक को अपने वाहन में बैठाया और धमकाया। इसके बाद उन्होंने उसे गाड़ी से नीचे उतार दिया।
मामले मे यह बात सामने आई है कि पुलिस ने हार्दिक के खिलाफ इस तरह की कार्रवाई करने की बात से इंकार किया है। उल्लेखनीय है कि गुजरात में पटेलों द्वारा आरक्षण की मांग की गई थी। पटेल गुजरात में और अन्य क्षेत्रों में पाटीदारों के लिए आरक्षण की मांग कर रहे थे। मगर गुजरात सरकार ने उन्हें सुप्रीम कोर्ट के एक आदेश का हवाला दिया था और कहा कि इस मामले में आरक्षण का प्रावधान नहीं हो सकता लेकिन सरकार पटेल समुदाय के साथ चर्चा कर कोई हल जरूर निकाल सकती है।