अहमदाबाद: हार्दिक पटेल को आज कोर्ट से जमानत मिलने के बाद अब उनके यूपी की राजनीती में दखल देने की सम्भावनाएं बढ़ गई है. क्यूंकि कोर्ट ने उन्हें ९ महीने तक मेहसाणा में घुसने की इजाजत नहीं दी है. हार्दिक पिछले ९ महीनों से सूरत जेल में बंद थे उन पर देशद्रोह का मुक़दमा चल रहा है|
गुजरात में पाटीदार आंदोलन से आए थे चर्चा में. सूत्रों की माने तो जेल से बाहर आने के बाद हार्दिक 6 महीनों के लिए अपना बेस उत्तरप्रदेश शिफ्ट कर सकते हैं। वहां वह कुर्मी कम्युनिटी का सपोर्ट हासिल करने की कोशिश करेंगे|
बीते शुक्रवार को हार्दिक पटेल को देशद्रोह के मामले में 9 महीने बाद बेल मिली थी. पिछले साल अक्टूबर में पटेल आरक्षण आंदोलन के दौरान हुई हिंसा और हार्दिक के बयानों के बाद उनपर और 5 साथियों पर देशद्रोह का केस दर्ज किया गया था. हार्दिक के पांच साथियों को पहले ही बेल मिल चुकी थी. पुलिस ने हार्दिक और उनके सहयोगियों के खिलाफ जो एफआईआर दर्ज की थी, उसमें भाषण की ट्रांसक्रिप्ट्स के अलावा हार्दिक के दिए भाषणों की रिकॉर्डिंग्स का जिक्र था. इस एफआईआर में सूरत और मेहसाणा में 17 और 18 अक्टूबर, 2015 को कई जगहों पर हुई हिंसा और हाईवे ब्लॉक किए जाने का जिक्र किया गया।