मणिलाल का जन्म राजकोट, ब्रिटिश भारत में हुआ था। उनके शुरुआती साल राजकोट में बीते थे, और 1897 में उन्होंने पहली बार दक्षिण अफ्रीका की यात्रा की। यह परिवार डरबन और जोहान्सबर्ग में एक समय तक रहा। 1906 और 1914 के बीच वह फीनिक्स सेटलमेंट (क्वाज़ुलु-नटाल में) और टॉलस्टॉय फार्म (गौतेंग में), दोनों बस्तियाँ उनके पिता द्वारा स्थापित की गईं।
मणिलाल ने भारत की एक संक्षिप्त यात्रा के बाद साल 1917 में एक गुजराती-अंग्रेजी साप्ताहिक प्रकाशन, फीनिक्स, के बारें में लिखा। वहीं साल 1918 तक मणिलाल प्रेस के लिए ज्यादातर काम कर रहे थे और 1920 में संपादक के रूप में कार्यभार संभाला। 1927 में, मणिलाल ने सुशीला मशरूवाला से शादी की और उनकी दो बेटियाँ थीं, सीताऔर इला और एक बेटा अरुण था।
अपने पिता की तरह, अन्यायपूर्ण कानूनों के खिलाफ विरोध करने के बाद, ब्रिटिश औपनिवेशिक सरकार द्वारा मणिलाल को कई बार जेल भी भेजा गया था। वह 1930 के नमक मार्च में गांधी के साथ जाने वाले शुरुआती 79 मार्चर्स में से एक थे, जिसके लिए उन्हें कैद किया गया था। उनकी मृत्यु के वर्ष, 1956 तक वे इंडियन ओपिनियन के संपादक रहे। मणिलाल की मृत्यु एक स्ट्रोक के बाद सेरेब्रल थ्रॉम्बोसिस से हुई थी।
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