नई दिल्ली : देशभर में मैगी के पैकेट्स में अमानक स्तर की सामग्री होने की बात सामने आ रही है। दूसरी ओर राज्यों में कार्रवाई का दौर जारी है। यही नहीं मामले को लेकर गुजरात सरकार ने राज्य में मैगी को एक महीने के लिए प्रतिबंधित कर दिया है। अब एक माह तक राज्य में मैगी नहीं बेचा जा सकेगा।
मैगी में लेड की मात्रा आवश्यकता से अधिक होने के बाद मैगी को सभी जगहों से बैन कर दिया गया। गुजरात सरकार ने भी मैगी के विक्रय को प्रतिबंधित कर दिया है। दरअसल सरकार द्वारा की गई जांच में मैगी के सैंपल फैल हो गए। जिसके बाद सरकार ने इस तरह के कदम उठाए हैं। गुजरात के स्वास्थ्य मंत्री नितिन पटेल द्वारा जानकारी देते हुए कहा गया कि मैगी को एक माह के लिए राज्य में विक्रय से प्रतिबंधित कर दिया गया है। यही नहीं छत्तीसगढ़ में खाद्य विभाग ने मैगी के गोदाम पर छापामारा और यहां से सैंपल जब्त किया। तो दूसरी ओर दिल्ली में 15 दिन के लिए मैगी को पाबंद कर दिया गया है।
मामले में केंद्रीय एजेंसी फूड सेफ्टी एंड स्टेंडर्ड अथाॅरिटी आॅफ इंडिया की सेंट्रल एडवायजरी कमेटी द्वारा राज्यों के खाद्य और औषधि नियंत्रक आयुक्तों की बैठक इंडिया हैबिटेट सेंटर में की जा रही है। राज्यों से आई रिपोर्ट के आधार पर मैगी को प्रतिबंधित करने की बात कही गई है। नेशनल कंज्यूमर डिस्प्यूट रिड्रेसल कमिशन को सौंपा गया। मामले में स्वतः संज्ञान लिया गया है।
उल्लेखनीय है कि मैगी के पैकेट्स में पाए जाने वाले मैगी में लैड और अन्य तत्व अधिक मात्रा में पाए जा रहे हैं जिससे उपभोक्ता के स्वास्थ्य पर इनका प्रतिकूल असर हो रहा है। दूसरी ओर जम्मू कश्मीर, राजस्थान, गुजरात, मध्यप्रदेश, दिल्ली, महाराष्ट्र, पंजाब समेत कई राज्यों में मैगी के सेंपल लेकर जांच की गई है।