अहमदाबाद: गुजरात के राजकोट में एक हिंदू युवक को मुस्लिम युवती से प्यार करने की दर्दनाक सजा मिली है। यहाँ 22 साल के मिथुन ठाकुर की प्रेमिका सुमैया के भाई और घरवाले इस रिश्ते के सख्त खिलाफ थे, जिसके कारण उन्होंने युवक को बेरहमी से पीट-पीट कर मौत के घाट उतार दिया। वहीं सुमैया को जब अपने प्रेमी की मौत की खबर मिली तो उसने भी अपने हाथ की नस काटकर ख़ुदकुशी करने की कोशिश की। हालाँकि, समय रहते उसे अस्पताल में एडमिट करा दिया गया, जहाँ उसकी जान बच गई है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, मिथुन ठाकुर बिहार के निवासी थे। वह एक स्थानीय कारखाने में नौकरी करते थे। मिथुन पिछले कुछ महीनों से 18 साल की मुस्लिम लड़की सुमैया कादिवार के साथ रिश्ते में थे। वे जंगलेश्वर मेन रोड स्थित राधा कृष्ण सोसाइटी में एक ही मोहल्ले में रहते थे। इसी दौरान दोनों में करीबियां बढ़ीं और दोनों को प्यार हो गया। उन्होंने शादी करने का फैसला भी कर लिया था। बताया जा रहा है कि सोमवार (9 मई 2022) को मिथुन ठाकुर ने सुबह लगभग 10 बजे सुमैया को उसके मोबाइल फोन पर कॉल किया, लेकिन उसके भाई साकिर ने फोन उठाया। उसने फोन पर मिथुन को गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी देते हुए कहा कि वह उसकी बहन सुमैया से दूर रहे।
धमकी के बाद साकिर अपने साथ तीन और लोगों को लेकर मिथुन के घर पर पहुँचा और उसे बुरी तरह पीटा। पड़ोसियों में से एक ने मिथुन को घर में बेहोश पड़ा देखा, तो वे उसे राजकोट सिविल अस्पताल ले गए। जहाँ उसकी नाजुक हालत को देखते हुए और ब्रेन हेमरेज के चलते अहमदाबाद रेफर कर दिया गया। लेकिन मिथुन ने बुधवार (11 मई 2022) को अहमदाबाद के सिविल अस्पताल में दम तोड़ दिया। सुमैया को जब ठाकुर की मौत की खबर मिली, तो उसने भी अपनी कलाई काट कर आत्महत्या करने का प्रयास किया की, जिसके बाद उसे भी अस्पताल में एडमिट करा दिया गया, जहाँ उसकी जान बच गई। वहीं, पुलिस ने इस मामले में आरोपी साकिर और उसके एक साथी को अरेस्ट कर लिया है और आगे की कार्रवाई कर रही है।
हैदराबाद में भी हुई थी हिन्दू लड़के की हत्या :-
बता दें कि, बिलकुल इसी तरह का मामला तेलंगाना के हैदराबाद से भी सामने आया था। जहाँ कट्टरपंथियों ने नागराजू नामक एक हिन्दू युवक को सिर्फ इसलिए मार डाला था क्योंकि वह मुस्लिम युवती से प्यार करता था और उसने उससे शादी भी कर ली थी। इससे नाराज़ लड़की के भाइयों ने नागराजू को बीच सड़क पर लड़की के सामने ही चाकुओं से गोदकर मार डाला था। बता दें कि, नागराजू अपनी मोहब्बत के लिए मुस्लिम बनने को भी तैयार था, लेकिन कट्टरपंथियों के सिर पर खून सवार था, जो नागराजू की जान लेकर ही माना।