पश्चिम बंगाल सरकार ने कोविड-19 महामारी से मरने वालों को लेकर अपने दिशा निर्देशों में परिवर्तन किया है। अब परिवार के 6 सदस्य कोविड-19 पीड़िता का अंतिम संस्कार कर सकते हैं। जिससे पहले परिवार के सदस्य दूर से ही कोविड-19 पीड़िता के अंतिम संस्कार या अंत्येष्टि को दूर से ही देख सकते थे। स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से 23 सितंबर को जारी दिशानिर्देशों में कह गया है, ''परिजन कोविड पीड़ित का शव सीधे हॉस्पिटल से श्मशान/कब्रिस्तान ही ले जा सकते हैं। दाह संस्कार में माता-पिता, पति-पत्नी, बच्चे शामिल हो पाएंगे और सभी परिजन को अलग गाड़ी में जाना होगा।''
गंभीर मरीजों के इलाज के लिए आरआरटी के गठन का फैसला: वहीं, पश्चिम बंगाल स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोविड के गंभीर मरीजों के उपचार के लिए 'त्वरित प्रतिक्रिया दल' (RRT) के गठन का निर्णय किया है। वरिष्ठ अधिकारी ने सोमवार को कहा कि RRT में मरीजों के उपचार के लिए एक एनेस्थेसियोलॉजिस्ट (संवेदनाहरण विज्ञान विशेषज्ञ) और मेडिसिन मंत्रालय का एक विशेषज्ञ होगा। अधिकारी ने कहा कि राज्य भर के कोविड हॉस्पिटल में रोगी देखभाल सेवाओं को मजबूत करने के लिए यह कदम उठाया जा रहा है। मिली जानकारी के अनुसार '' विशेषज्ञ और अन्य चिकित्सा अधिकारियों को कोविड हॉस्पिटल के पास रहना होगा।''
बंगाल में कोविड के 3,188 नए मामले सामने आए: जंहा इस बात का पता चला है कि राज्य में मंगलवार को कोविड के 3,188 नए केस सामने आए, जिससे राज्य में अब तक घातक कोविड वायरस की जद में आए लोगों की कुल तादाद 2,53,768 हो गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बुलेटिन में बोला कि 62 और लोगों की मौत के उपरांत राज्य में महामारी से मरने वालों की तादाद 4,899 हो गई है। जिसमे बोला गया कि सोमवार से 2,961 लोग ठीक हुए हैं और राज्य में महामारी को मात देने वालों की दर अब 87।80 प्रतिशत है। राज्य में वर्तमान में 26,064 एक्टिव केस हैं।
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