नई दिल्ली : दिल्ली सरकार के मुख्य सचिव की पिटाई का मामला आप की केजरीवाल सरकार के लिए जी का जंजाल बन गया है. आप के दो विधायक फ़िलहाल जेल में है . जिनकी जमानत के लिए कोशिशें की जा रही है. इस बीच अभियोजन पक्ष ने आरोप लगाया कि मुख्य सचिव अंशु प्रकाश से मारपीट करने का षड्यंत्र पहले से ही रच लिया गया था.
उल्लेखनीय है कि तीस हजारी अदालत की विशेष सीबीआई न्यायाधीश अंजू बजाज चांदना के सामने कल अभियोजन पक्ष की ओर से वकील अतुल कुमार श्रीवास्तव ने आम आदमी पार्टी के विधायक प्रकाश जरवाल की जमानत याचिका का विरोध करते हुए अपनी दलीलें कोर्ट के सामने रखी. सरकारी वकील ने दावा किया कि मुख्य सचिव अंशु प्रकाश से मारपीट करने की साजिश पहले ही कर ली गई थी.उन्होंने तर्क दिया कि देर रात बेवक्त बुलाई गई यह बैठक उस कमरे में की गई, जहां न तो सीसीटीवी कैमरे लगे थे और न ही लोगों के बैठने की उचित व्यवस्था थी. यही नहीं मुख्यमंत्री निवास से बरामद सीसीटीवी कैमरे की फुटेज से भी छेड़छाड़ की गई.
बता दें कि सरकारी वकील ने आम आदमी पार्टी के विधायक नरेश बालियान द्वारा अधिकारियों को ठोकने संबंधी बयान का भी हवाला दिया.इसके अलावा सीसीटीवी फुटेज और घटना के समय की फुटेज में फर्क यानी छेड़छाड़ के अलावा आरोपी के खिलाफ पहले से पांच आपराधिक मामले दर्ज होने की भी बात कहकर जमानत देने का विरोध किया. इस मामले के दूसरे आरोपी विधायक अमानतुल्लाह खान की जमानत याचिका पर सुनवाई नहीं हुई .
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