style="text-align: justify;">नई दिल्ली : हाल ही में लोकसभा में कांग्रेस द्वारा अपनी राष्ट्रीय अध्यक्ष पर मंत्री गिरिराज सिंह द्वारा की गई टिप्पणी का विरोध किया गया। यही नहीं इस मसले पर जमकर हंगामा मचा और मंत्री श्री गिरिराज के इस्तीफे की मांग तक की गई, इसके बाद केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री श्री नायडू ने स्पष्टीकरण दिया मगर मामला यहीं तक थमता नज़र नहीं आया। इस मसले पर केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह को भी अपना मुंह खोलना पड़ा। इस दौरान केंद्रीय मंत्री श्री सिंह ने कहा कि देश का संविधान सभी को समान अधिकार देता है और जाति, धर्म, रंग, नस्ल के आधार पर भेदभाव की अनुमति नहीं देता।
यही नहीं मामले की गंभीरता को देखते हुए केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि संसद के अंदर और बाहर इस तरह के बयान दिए जाने सही नहीं है। सरकार कभी भी इस बात का समर्थन नहीं करती। संविधान तो सभी नागरिकों को समानता का अधिकार देता है।
मामले को लेकर हंगामा बढ़ने के बाद सदन को कुछ समय के लिए स्थगित कर दिया गया, हालांकि इस मसले पर एक दिन पहले ही सांसद गिरिराज सिंह ने स्पष्टीकरण देकर कहा था कि उन्होंने जो टिप्पणी की उसका आशय किसी को आहत करना नहीं था।
उल्लेखनीय है कि सांसद श्री गिरिराज ने कहा था कि यदि भूतपूर्व प्रधानमंत्री स्व. राजीव गांधी सोनिया गांधी के नाइजिरयन होने पर भी उनसे विवाह करते तो क्या कांग्रेस तब भी सोनिया को अपना प्रमुख मानती। इस बात पर कांग्रेस ने जमकर विरोध जताया और मंत्रिमंडल में शामिल सांसद गिरिराज के बयान पर उनके इस्तीफे की मांग तक की।