भगवान श्री गणेश एक ऐसे जागृत देव हैं जो कि श्रद्धालुओं द्वारा की गई भक्ति से बेहद प्रसन्न होते हैं और श्रद्धालुओं को निश्चित फल देते हैं। भगवान श्री गणेश को प्रथम पूज्य माना जाता है। यही नहीं भगवान श्री गणेश के ऐसे कई जागृत और चमत्कारिक मंदिर है। जहां पूजन और दर्शन करने मात्र से श्रद्धालुओं को मनोवांछित फल मिलता है।
जी हां, ऐसे ही मंदिरों में शामिल हैं वरदविनायक श्री गणेश। महाराष्ट्र में पुणे मार्ग पर स्थित खोपोली के समीप श्री गणपति बप्पा का यह सुंदर देवस्थान प्रतिष्ठापित है। भगवान के इस मंदिर में श्रद्धालु भगवान श्री गणेश को प्रसन्न करने के लिए तरह - तरह के जतन करते हैं। यहां आने वाले की सभी मनोकामनाऐं पूर्ण होती है।
भगवान का स्वरूप बहुत ही सुंदर है और मंदिर में भगवान को सिंदूरवर्णी चोला चढ़ाया जाता है। विशेष अवसरों पर बप्पा का आकर्षक श्रृंगार भी किया जाता है। यहां दर्शन करने से जो भी मांगा जाता है वह जरूर मिलता है। मिली जानकारी के अनुसार 1690 में मंदिर में विराजित श्री गणेश की मूर्ति धोंउू पौंढकर को मिली।
यह मूर्ति स्वयंभू मूर्ति है। इसके बाद उन्होंने मंदिर की स्थापना की। मंदिर के चारों कोनों पर गजराज प्रतिष्ठापित हैं। मंदिर को स्वर्ण से भी सजाया गया है। कहा जाता है कि प्राचीनकाल में गुत्समद ऋषीने यहां श्रीगणेश जी की स्थापना की थी। भगवान को यहां आकर्षक फूलों की माला भी धारण करवाई जाती है। यह मंदिर इतना जागृत है कि मांगने भर से मुराद पूरी हो जाती है।