पणजी: गोवा में वहां के पर्यावरण कार्यकर्ताओं के साथ साथ आम स्थानीय लोगो ने गोवा सरकार के हाल ही में दिए गए एक फैसले का पुरजोर तरीके से विरोध किया जिसमे कहा गया यहां पर जो बहुतायात में नारियल के पेड़ है उन्हें यहां कि सरकार ने पेड़ मानने से ही इंकार किया है जिसका यहां के लोगो ने विरोध किया है. तथा इसके द्वारा अब गोवा में नारियल के पेड़ों को काटने का रास्ता साफ हो गया है।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक अपने इस निर्णय के बाद से ही राज्य मे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की अगुआई वाली गठबंधन सरकार की आलोचना होने लगी है। गोवा में सरकार के इस फैसले पर लोगो व पर्यावरणविदो ने जमकर आलोचना करते हुए कहा है सरकार के इस फैसले से प्रदेश में रियल स्टेट के लिए नारियल के जंगल गोवा में पूरी तरह से साफ कर दिए जाएंगे। इस मामले में अपनी और से दावा करते हुए गोवा सरकार ने कहा है कि यहां पर पूर्ववर्ती सरकार ने नारियल को गलती से पेड़ो की संख्या में डाल दिया था.
गोवा सरकार के इस निर्णय पर वहीं के एक निर्दलीय MLA ने दोहराया है की यु तो सरकार गाय को पवित्र पशु के नाम पर संरक्षण देती है, लेकिन वहीं नारियल के पेड़ों को काटने की खुली छूट दे रही है, जबकि नारियल का पेड़ न सिर्फ पवित्र पेड़ है, बल्कि इसे गोवा में कल्पवृक्ष भी कहा जाता है। विधायक ने कहा है की हम सरकार के इस फैसले का पूरी तरह से विरोध करते है.