राजस्थान राज्य में महाराणा उदयसिंह द्वारा बसाए गए, उदयपुर शहर को पूर्व का वेनिस और राजस्थान का कश्मीर जैसे नामों से भी जाना जाता है. झीलों, उद्यानों, फूलों और महलों से घिरे इस शहर को प्रकृति ने अद्भुत सौंदर्य से नवाज़ा है. माना जाता है कि उदयसिंह ने मुगलों के हमलों से बचने के लिए इस शहर को बसाया था. पर्यटकों के लिए इस शहर में सिटी पैलेस, पिछोला झील, फतेह सागर, जग मंदिर आदि दर्शनीय स्थल हैं.
उदयपुर को झीलों का शहर भी कहते हैं. झीलों के साथ दूर तक फैले रेगिस्तान का अनोखा संगम कहीं और देखने को नहीं मिलेगा. अरावली पहाड़ी के पास स्थित इस शहर के दर्शनीय स्थल सिसोदिया राजपूत शासकों की कला और वास्तुकला प्रेम को उजागर करते हैं.
उदयपुर का इतिहास: इस शहर को सन् 1559 में शिशोदिया राजवंश के वंशज महाराणा उदयसिंह ने स्थापित किया था. उदयपुर शहर शिशोदिया राजवंश द्वारा शासित मेवाड़ की राजधानी रही है.
उदयपुर में दर्शनीय स्थल: सहेलियों की बाड़ी, सिटी पैलेस.
स्थानीय भाषाएँ - मेवाड़ी, राजस्थानी, हिंदी, अंग्रेजी.
स्थानीय परिवहन - टैक्सी, ऑटो-रिक्शा, तांगा, बस.
खान-पान - दाल बाटी चूरमा, आपको पूरे राजस्थान में मिल जाएगा. इसके अलावा सूखा आम जिसे हर व्यंजन में डाला जाता हैं और सांगरी यहाँ की लोकप्रिय सब्जी है.