हाल ही में अपराध का एक मामला सामने आया है और इसे सुनकर सभी के होश उड़ गए हैं. इस मामले में नौकरी ढूंढने गई नाबालिग लड़की को रोजगार तो नहीं मिला, लेकिन उसकी आबरू लूट गई और उसकी मौत भी हो गई. जी हाँ, सामने आई खबरों के अनुसार उसके साथ पहले बलात्कार किया और उसके बाद आरोपियों ने उसे छत से नीचे फेंक दिया, वहीं 3 दिनों तक अस्पताल में जिंदगी और मौत से लडने के बाद लड़की नेअब मौत को गले लगा लिया है. इस मामले में बताया गया है कि वह लड़की कंझावला इलाके में अपने परिवार के साथ रहती थी और उसके परिवार ने सामूहिक बलात्कार के बाद हत्या का आरोप लगाते हुए दिल्ली महिला आयोग में न्याय की अपील की गई है.
इस मामले में बताया जा रहा है कि दिल्ली पुलिस ने अब तक 5 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है लेकिन हाँ पुलिस अपनी एफआईआर में बलात्कार, हत्या, अपहरण व पोक्सो के सबूतों को नष्ट करने का प्रयास भी किया जो बहुत शर्मनाक है. वहीं पुलिस पर लड़की के परिवार को मदद करने वाले एकता विहार के आरडब्ल्यूए अध्यक्ष को धमकाने का भी आरोप भी लग चुका है जो वाकई में दिल दहला देने वाला है. इस मामले में आयोग द्वारा भेजे गए नोटिस में कहा गया है कि 'दिल्ली पुलिस ने दिल्ली उच्च न्यायालय के आदेश को अनदेखा कर इस घटना की सूचना आयोग को नहीं दी है.'
आप सभी को बता दें कि इस नोटिस में एकता विहार आरडब्ल्यूए के अध्यक्ष को धमकाने में शामिल पुलिसकर्मियों का नाम मांगने के साथ ही उनके खिलाफ की गई कार्रवाई का भी ब्यौरा मांगा गया है जो जल्द ही जारी किया जाएगा.
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