देशी घी का सेवन शरीर के लिए लाभदायक माना जाता है. यह वजन घटाने, पाचन शक्ति बढ़ाने, कोलेस्ट्रॉल लेवल को कम करने और बीमारियों के लिए प्रतिरोधक क्षमता बढाने में सहयोग प्रदान करता है.
वजन कम करने में मददगार
शुद्ध घी में कॉन्ज्युगेटेड लिनोलिक एसिड प्रचूर मात्र में पाया जाता है. इसे खाने से मेटाबॉलिज्म की दर बढ जाती है, जो वजन करने में सहायक है. यह पेट पर चढी चरबी को कम करता में मददगार होता है.
भोजन में लाये स्वाद
यह बेकिंग, शॉटनिंग, डीप फ्राइंग आदि के लिए भी अच्छा कहा जाता है. घी का स्मोक पॉइंट बहुत ज्यादा होने से यह जलता नहीं है और ऑक्सीडाइज्ड हो जाता है.
स्किन पर लाएं चमक
देशी घी के सेवन से चेहरे पर चमक आती है. त्वचा के थोडा-बहुत जल जाने पर उस हिस्से पर तुरंत घी लगाने से छाले नहीं बनते और दाग का निशान भी नहीं बनता है. यह दिमाग के सभी कार्यो जैसे सीखने, याददाशत और स्मरण शक्ति को बढाने में सहायक होता है. इससे नर्वस सिस्टम अच्छा होता है.
आयुर्वेद में भी है घी का महत्व
आयुर्वेद में भी घी को सेहत के लिए अच्छा बताया गया है. कई बीमारियों में घी का सेवन करने को कहा जाता है. इनमें शरीर के कुछ हिस्सों में होने वाले फ्रैक्चर, त्वचा और आंखों के रोग और कई तरह की सर्जरी आदि समिल्लित है. आयुर्वेद विशेषज्ञों के अनुसार घी पेट की कई बीमारियों जैसे गैस्ट्रिक अल्सर में काफी आरामदायक होता है. यह पेट में बनने वाले एसिड में संतुलन बनाए रखता है और पेट की म्यूकस लाइनिंग को ठीक करता है.